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शेत देईल पिवळं सोनं |
पाषाणभेद |
1 |
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गझलचे छन्द्शास्त्र... |
प्रदीपा |
0 |
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त्सुनामी मनांतले ! ! ! |
निरन्जन वहालेकर |
4 |
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टाकून द्या ह्या वंगाळ सवयी |
पाषाणभेद |
0 |
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लावणी : मुंबईची सहल |
पाषाणभेद |
5 |
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"नेत्यास इशारा" |
अरुंधती |
4 |
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नाच नाचूनी नाचू मी किती |
पाषाणभेद |
1 |
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बैठकीची लावणी: करीते मी विडा |
पाषाणभेद |
1 |
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हलकेच हातांनी घास भरव तू गे मजला माता |
पाषाणभेद |
4 |
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अस्सल देशीच ( विदेशी कायकू) |
विजुभाऊ |
7 |
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(केवढे चावणे हे गजल दरगजल) |
चतुरंग |
11 |
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लावणी : उसाचा रस तुमी पाजा |
पाषाणभेद |
6 |
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दु:ख |
चन्द्रशेखर गोखले |
0 |
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..(चुकले माझे).. |
कानडाऊ योगेशु |
4 |
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जखम |
चन्द्रशेखर गोखले |
5 |
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दागे उल्फत का जलाना |
सागरलहरी |
6 |
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आडवाटंनं जाता जाता |
पाषाणभेद |
2 |
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नाडी घ्या नाडी |
पाषाणभेद |
7 |
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संचित |
shaileh vasudeo... |
3 |
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'आई'[एस.एम.एस.] |
डावखुरा |
5 |
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आस ! जन्मो जन्मीची ! ! |
निरन्जन वहालेकर |
1 |
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हा हा हा हा |
kanhegaonkar |
2 |
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दगडफोड्याचं गाणं (मेहनतीची लावणी: घावावर घाव घाला) |
पाषाणभेद |
7 |
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पाणिग्रहण |
स्पंदना |
2 |
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रानातली वाट - The Way Through the Woods |
sur_nair |
5 |
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नका अंगचटीला येवू |
पाषाणभेद |
1 |
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कवितेचा मार ! ! ! |
निरन्जन वहालेकर |
1 |
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नववधु |
अनिरुद्धशेटे |
3 |
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नाचरी गाय - (आधारित) |
चित्रा |
9 |
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.. |
प्रियाली |
15 |
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(बस्स्स नकोस आता) |
विशाल कुलकर्णी |
7 |
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घाट चढा आता |
पाषाणभेद |
3 |
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सफरचंदाच्या हंगामातली गाय - रॉबर्ट फ्रॉस्ट |
धनंजय |
8 |
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पाउस २- शिघ्र |
नाद्खुळा |
3 |
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व्यवसायभिमुख शिक्षण |
सुवर्णमयी |
10 |
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सोनसाजिरी पौणिमा.. |
प्राजु |
12 |
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रेडिओ |
पाषाणभेद |
7 |
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ग्रेव्हयार्ड - लिटरेचर |
अनुप्रिया |
2 |
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समर्थ |
क्रान्ति |
19 |
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आदाब अर्ज है ! |
अश्फाक |
8 |
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धन्य ! धन्य ते मरण ! ! ! |
निरन्जन वहालेकर |
0 |
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पांढरी |
केशवसुमार |
1 |
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हिशेब पाप-पुण्ण्याचा ! ! |
निरन्जन वहालेकर |
3 |
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करप्शन |
श्रीराम पेंडसे |
2 |
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व्यथा |
विनायक प्रभू |
7 |
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ज्येष्ठ आषाढ |
धनंजय |
23 |
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मला पुन्हा एकदा |
विश्वेश |
2 |
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सांगू काय, सांगू काय? |
निमिष सोनार |
1 |
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उषा.. |
प्राजु |
14 |
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त्यानंतर सगेळ्च थांबले आहे ... |
सुवर्णमयी |
15 |
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दु:ख |
सुवर्णमयी |
11 |
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आभारी वेदनांचा ! |
विशाल कुलकर्णी |
8 |
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रस्ता ओलांडता |
sur_nair |
5 |
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( बे ) शरम ! ! ! |
निरन्जन वहालेकर |
0 |
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प्रेमात तुझ्या...संपलो मी...!! |
निमिष सोनार |
0 |
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मला मेघदुताचा पुढील दुवा हवा आहे.....विदग्ध वरील . |
डावखुरा |
6 |
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आशावाद... |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
1 |
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खरडवाद... |
केशवसुमार |
5 |
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अबे राडे राजा |
विजुभाऊ |
6 |
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आमच्या सम आम्हीच ! ! ! |
निरन्जन वहालेकर |
4 |
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घर |
sur_nair |
12 |
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अंतर |
sur_nair |
5 |
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खेळ दोन ओळींचा - ५ |
राघव |
18 |
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काही बाही |
दीप्या |
1 |
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जबरा नशीला ! ! ! |
निरन्जन वहालेकर |
1 |
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खेळ दोन ओळींचा - ३ |
राघव |
40 |
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खेळ दोन ओळींचा - १ |
राघव |
43 |
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काठावरती तुम्ही उभे (बैठकीची लावणी) |
पाषाणभेद |
5 |
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(आज अचानक गाठ पडे) |
चतुरंग |
38 |
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बेघर |
बेसनलाडू |
22 |