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----- वारं -------- |
मनोज |
8 |
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खाडा -विडंबन |
केशवसुमार |
8 |
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दारू एके दारू... :) |
विसोबा खेचर |
7 |
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कमळाबाई |
चित्तरंजन भट |
14 |
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शहार... |
दिनेश५७ |
2 |
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आशा |
गुंडोपंत |
13 |
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अखाडा - गझल |
धोंडोपंत |
22 |
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विडंबन |
केशवसुमार |
2 |
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नव्हाळी |
जयवी |
7 |
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पांढरपेशी विडंबने |
केशवसुमार |
7 |
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त्या फुलांच्या.. |
प्राजु |
10 |
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पांढरपेशी कविता |
ॐकार |
5 |
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आमच कोल्हापुर |
झकासराव |
18 |
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तिचा रुमाल |
मनिष |
4 |
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मी! |
अशोक गोडबोले |
3 |
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वेड हे रक्तात माझ्या... |
अशोक गोडबोले |
2 |
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उद्या सकाळी |
धनंजय |
16 |
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काही चारोळ्या |
शब्दवेडा |
20 |
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घाटातली पायवाट |
धनंजय |
19 |
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हेच तंत्र, हाच मंत्र |
सुवर्णमयी |
20 |
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भोग.. |
प्राजु |
13 |
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मी पाहिलंय... |
प्राजु |
13 |
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दिवाळी... चार शब्द! |
दिनेश५७ |
1 |
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फॉल २००७ |
लयभारी |
6 |
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तेथे पाहिजे जातीचे! |
अशोक गोडबोले |
3 |
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ही ठमा |
केशवसुमार |
9 |
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एका शीघ्र कवितेचे दिर्घ काळाने विडंबन ! |
केशवसुमार |
3 |
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नमस्कार मंडळी |
वाटाड्या... |
9 |
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रहस्यकथा भाग १ |
सहज |
14 |
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....जाऊ दे मला ! |
धोंडोपंत |
3 |
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खोडसाळपंतांची गझल - रुचिपालट! :) |
विसोबा खेचर |
12 |
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॥ स्फूर्ती देवीची आरती ॥ |
नरेंद्र गोळे |
3 |
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घर |
सुवर्णमयी |
19 |
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"तो सलीम राजपुत्र" ह्या मराठी गीताचा हिंदी अनुवाद ! |
नरेंद्र गोळे |
3 |
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(...देहात माझ्या ! ) |
केशवसुमार |
5 |
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पत्ते! |
अशोक गोडबोले |
7 |
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ती सांज रंगलेली |
अशोक गोडबोले |
4 |
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शिवी देतो भगवंत! |
अशोक गोडबोले |
14 |
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गीतम् (संस्कृत रचना) |
अशोक गोडबोले |
4 |
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मळमळ |
केशवसुमार |
34 |
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प्रार्थना. |
अशोक गोडबोले |
8 |
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मजला बघ प्रीत तुझी कळली |
रंजन |
1 |
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मनात माझ्या तुझीच गीते लिहून गेलो... |
रंजन |
5 |
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एकमेकांसाठी (दुसरी आवृत्ती) |
धनंजय |
17 |
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चकाट्या |
ॐकार |
9 |
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ही धार पहिलटकरीण ... |
अप्पासाहेब |
7 |
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आयुष्य असेच आहे |
रंजन |
3 |
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और एक |
अप्पासाहेब |
10 |
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बोबडे हे बोल माझे.. |
अशोक गोडबोले |
9 |