|
साफसफाई एक समृद्ध प्रयत्न |
लिखाळ |
16 |
|
रात्ररात्रभराची ही जागरणं |
Gajanan Mule |
4 |
|
निराश तरुणाईचे मनोगत...... |
अमितसांगली |
0 |
|
मूळ |
अज्ञातकुल |
0 |
|
व्हाय धिस भानामती भानामती भानामती दी |
राजघराणं |
10 |
|
घायाळ चिमणी |
मनमोकळि |
15 |
|
दुरवरल्या गावाकडची आठवण |
पाषाणभेद |
13 |
|
वेलेंटाईन डे ( लग्नानंतर चा) |
ajay wankhede |
12 |
|
दमलेल्या ( पृथ्वी ) बाबाची कहाणी |
अमोल केळकर |
15 |
|
दुनिया तुझ्यामुळे.... |
चाणक्य |
2 |
|
हे कविते , |
विदेश |
1 |
|
एकल घाट |
अज्ञातकुल |
7 |
|
प्रेरीत |
अज्ञातकुल |
3 |
|
वॅलेंटाईन डे |
रघु सावंत |
2 |
|
निसर्गकविता २ : प्रिय प्राजक्त |
गणेशा |
17 |
|
खुशाली कळवत राहा ....... (३) |
फिझा |
5 |
|
निरोप |
अरुण मनोहर |
9 |
|
मी एकटी |
प्रिया ब |
2 |
|
निसर्गकविता १ : झाडांच्या पानात (गीता सहित) |
गणेशा |
38 |
|
सोडत धूर-चाचणी इंजिन झुक झुक करते ... (हझल) |
अजय जोशी |
5 |
|
एक कविता.. |
कॉमन मॅन |
17 |
|
एकांग |
अज्ञातकुल |
5 |
|
इच्छा ! |
चैतन्य दीक्षित |
5 |
|
भेट |
प्रेरणा |
13 |
|
!!...'मानवी भूकंप'...!! |
सन्दीप१२३३० |
19 |
|
अवघे जग माझ्या विठ्ठलाचे झाले ! |
विदेश |
7 |
|
मी रडण्यासाठी नाही जन्माला आलो...!! |
प्रकाश१११ |
9 |
|
खुशाली कळवत राहा ...(2) |
फिझा |
10 |
|
!!! हाफ कटींग !!! ..... |
सन्दीप१२३३० |
17 |
|
शरपंजरी |
अज्ञातकुल |
4 |
|
खुशाली कळवत राहा ..!! |
फिझा |
17 |
|
सरळ रस्ता |
मयुरपिंपळे |
41 |
|
होते स्वतंत्र, मजला...... |
मकरन्दबेहेरे |
4 |
|
मी गीता व्हावे...... |
मकरन्दबेहेरे |
5 |
|
काय करावे मन तळमळते ! |
विदेश |
5 |
|
..उखाणे (काहीच्या बाही).. |
कानडाऊ योगेशु |
24 |
|
विदेश .....!! [थोडा टाईम पास ] |
प्रकाश१११ |
2 |
|
माझ्या मना |
पाषाणभेद |
1 |
|
(प्रार्थना) |
चतुरंग |
56 |
|
अभंग मुक्तछंद |
यकु |
15 |
|
सरदार सरदार |
पाषाणभेद |
1 |
|
गुरफटलेली आसवे |
धनंजय |
13 |
|
" भारतीय मी, या देशाचा बाळगतो अभिमान ! " |
विदेश |
3 |
|
<<< यक्षावाणी शापीत जगायचे ..!! >>> |
सुहास.. |
6 |
|
प्रचंड गारठा |
प्रशांत उदय मनोहर |
12 |
|
जागेपणी मिटून जायचे ..!! |
प्रकाश१११ |
7 |
|
नको रे कान्हा |
पाषाणभेद |
5 |
|
काय सैपाक काय करू मी बाई |
पाषाणभेद |
4 |
|
वादळ |
ajay wankhede |
2 |
|
रेखीव |
अज्ञातकुल |
5 |
|
गजरा (४) .... |
फिझा |
5 |
|
काळोखातली कासवे |
अत्रुप्त आत्मा |
3 |
|
मी हुच्चभ्रू |
अन्या दातार |
17 |
|
" यक्ष प्रश्न " |
रघु सावंत |
1 |
|
थंडी माघाची |
पाषाणभेद |
8 |
|
प्रारब्ध |
ajay wankhede |
10 |
|
"आई" |
अन्नू |
8 |
|
" शोध तिचा लागेना ...! " |
विदेश |
2 |
|
(जीव गुंतला) |
गणेशा |
8 |
|
(सुटलेल्या पोटाची कहाणी) |
यकु |
40 |
|
आई .. मिटलेला श्वास.. (संपुर्ण) |
गणेशा |
11 |
|
तो एक लाज-पुत्र |
अत्रुप्त आत्मा |
26 |
|
प्रेमरस |
चन्द्रशेखर गोखले |
16 |
|
जीवन |
विदेश |
1 |
|
झुरळे !! |
प्रकाश१११ |
5 |
|
भक्ती........ |
निशदे |
13 |
|
(बोंबाबोंब) |
मूकवाचक |
11 |
|
स्वरकिंचित |
अज्ञातकुल |
3 |
|
मन मौज कराया उडते.... |
मनमौजी |
7 |
|
हवीच असते मी! |
नगरीनिरंजन |
8 |