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कोण होती ती.... (२) |
फिझा |
0 |
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कोण होती ती.... (१) |
फिझा |
0 |
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कसं जगायचं असतं ? |
महाबळ |
3 |
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अंगणात ही स्कुटी अशीच राहु दे - |
विदेश |
9 |
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(हल्ली मी घेतच नाही ...(؟)... ) |
गणपा |
21 |
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माणूस |
विदेश |
1 |
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झाडे वाट बघत बसतात ...!! |
प्रकाश१११ |
7 |
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हल्ली मी लिहीतच नाही ...(२)... |
फिझा |
3 |
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मी माझ्या छंदातच रमतो - |
विदेश |
5 |
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जीवन |
दि ग्रेट मराठा |
2 |
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चारोळी... ४ओळी |
दि ग्रेट मराठा |
5 |
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प्रेमाचा झुला |
यश पालकर |
4 |
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मिठीत कळी उमलली |
पाषाणभेद |
5 |
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असा मी तसा मी भाग-२ |
अविनाश खेडकर |
7 |
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असा मी तसा मी-१ |
अविनाश खेडकर |
9 |
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तिचा नवरा -१ |
सन्जोप राव |
17 |
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बिगारी |
पाषाणभेद |
1 |
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शब्द |
पाषाणभेद |
2 |
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मन |
गार्गी_नचिकेत |
1 |
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आग्निपरीक्षा |
गार्गी_नचिकेत |
6 |
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एक स्वप्न आहे |
यश पालकर |
4 |
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४. कोवळे झुंबर |
गणेशा |
20 |
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...खरच जमलंय !! |
फिझा |
6 |
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चांदण्यात फिरतांना..... |
विनीता देशपांडे |
3 |
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चुकीचे हिशेब |
यश पालकर |
10 |
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अस्तित्व दान केले |
गंगाधर मुटे |
5 |
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युगलगीतः आज पाहणार आहे |
पाषाणभेद |
0 |
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साई - |
विदेश |
4 |
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देवळातला देव भिकारी |
पाषाणभेद |
4 |
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जखम |
जयवी |
10 |
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ससे आणि जादुगार - |
विदेश |
8 |
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विंचवाचे वर्हाड |
धनंजय |
42 |
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क्षण एक पुरे जगण्यास खरा |
गंगाधर मुटे |
6 |
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पाणी अन् माती |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
7 |
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सूर्य कुडकुडतोय आभाळात ..!! |
प्रकाश१११ |
4 |
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आपण |
यश पालकर |
5 |
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ती वाट |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
8 |
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वारकरी होऊ - |
विदेश |
3 |
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हातपंप |
पाषाणभेद |
19 |
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शब्द ..!! |
प्रकाश१११ |
8 |
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मैत्री…… |
विनीता देशपांडे |
5 |
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काही दिवसच असे असतात |
सोनल कर्णिक वायकुळ |
10 |
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हल्ली मी लिहीतच नाही ..... |
फिझा |
14 |
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चारुकेशी |
पेशवा |
0 |
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जातकुळी |
पेशवा |
0 |
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जखम |
अमोल मेंढे |
0 |
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दोनुली-नदीचा काठ |
विनीता देशपांडे |
2 |
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शाप आदीमायाशक्तीचा......! |
गंगाधर मुटे |
1 |
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दोनुली - प्रश्न |
विनीता देशपांडे |
1 |
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दोनुली- पायवाट |
विनीता देशपांडे |
4 |
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पहाटे पहाटे फिरायला ...!! |
प्रकाश१११ |
4 |
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ओल |
उदय सप्रे |
1 |
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स्वगत |
विनीता देशपांडे |
2 |
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गजरा (३) |
फिझा |
1 |
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दूर गाव माझा |
भास्कर केन्डे |
4 |
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..उरला पलाश आता |
राघव |
8 |
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महागाई.. महागाई .. |
विदेश |
0 |
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चपराक |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
4 |
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कविता |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
6 |
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गजरा (2) |
फिझा |
1 |
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आरास रास |
अज्ञातकुल |
1 |
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गजरा...!!! |
फिझा |
4 |
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सुट्टी संपली - |
विदेश |
0 |
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अर्पणपत्रिका |
राजघराणं |
1 |
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(सौंदर्याचे प्रौक्षण करुनि) |
मेघवेडा |
11 |
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नातं |
दत्ता काळे |
6 |
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दोन बडबडगीते |
पाषाणभेद |
9 |
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मांगल्याचे औक्षण करूनी.. |
प्राजु |
11 |
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आली आली दीवाळी आली................ |
लीलाधर |
7 |
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बागेमधला फेरफटका - |
विदेश |
0 |