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ते शिंकले तरीही.....! |
गंगाधर मुटे |
1 |
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तुझ्यविना आज.....!!! |
फिझा |
3 |
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महत्त्वाकांक्षेचे रॉकेट .. |
निमिष सोनार |
1 |
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तयार करा हिरवं पान |
पाषाणभेद |
2 |
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चला कॅरावके शिकुया...! |
गंगाधर मुटे |
8 |
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प्रवास ..... |
फिझा |
5 |
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गोष्ट |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
6 |
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शप्पत तो देखील भिजला होता....!! |
प्रकाश१११ |
5 |
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चला छतावर |
पाषाणभेद |
7 |
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अगदी नेहमीसारखेच….. |
फिझा |
4 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- (भाग १ समाप्त) |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
8 |
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आली आली हो दिवाळी- |
विदेश |
4 |
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अ आ आई |
गंगाधर मुटे |
0 |
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कसे आयुष्य फुलून जाते ..!! |
प्रकाश१११ |
6 |
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अंगणात एकदा हत्ती आला |
पाषाणभेद |
5 |
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जीवनाचे गाणे ! |
विदेश |
7 |
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पोरका |
युयुत्सु |
8 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- ९ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
4 |
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हा कोणत्या दिशेचा आहे प्रवास अजुनी |
राजेश घासकडवी |
70 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- ८ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
4 |
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निधर्मी देशात ..!! |
प्रकाश१११ |
8 |
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धर्माच्या अड्ड्यात निधर्मी देश |
अत्रुप्त आत्मा |
9 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- ७ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
7 |
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(हा कोणत्या दिशेला आहे प्रयास अजुनी) |
चतुरंग |
11 |
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टॉक्डॉक् टॉक्डॉक् आला दौडत - |
विदेश |
14 |
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आला पाऊस |
पाषाणभेद |
5 |
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३. स्पर्शगंध .. |
गणेशा |
18 |
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कालच आई स्वप्नात येऊन गेली ..!! |
प्रकाश१११ |
14 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- ६ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
6 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- ५ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
5 |
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(ढोस) |
llपुण्याचे पेशवेll |
9 |
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प्रवास |
प्रिया ब |
4 |
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कधी कधी स्वप्ने छान पडतात ..!! |
प्रकाश१११ |
7 |
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आज मी जरी का नसलो येथे |
पाषाणभेद |
3 |
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तू ... |
विश्वेश |
3 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- ४ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
8 |
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मध्यरेल्वे सांगे तुम्ही काळजी घ्या |
पाषाणभेद |
9 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- ३ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
4 |
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कोण येथे गुरुवर्य ? |
गणेशा |
18 |
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लगाम फक्त त्याचे हात होते ...!! |
प्रकाश१११ |
6 |
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फेस बुक लावणी |
अविनाशकुलकर्णी |
7 |
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... |
प्रियाली |
150 |
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माळरान अन् ते दोघे!! -- २ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
7 |
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जीर्णोद्धार |
विश्वेश |
8 |
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माळरान अन् ते दोघे!! |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
6 |
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मनाच्या खोल गाभार्यात |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
5 |
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....नाही ! |
उदय सप्रे |
20 |
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वार्धक्याला शाप असतो जगण्याचा ...!! |
प्रकाश१११ |
11 |
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एक तो अन एक ती ... |
विश्वेश |
5 |
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दगडाची गोष्ट |
पाषाणभेद |
2 |
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भाव ... |
विश्वेश |
5 |
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उत्तरायण |
प्रिया ब |
1 |
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कप आणी बशी |
अविनाशकुलकर्णी |
11 |
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हळूच तू मला पाहीलेले |
पाषाणभेद |
2 |
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मिसळपाववरील कवितांची रसग्रहणं # माझं हे सारं सामान गं सखू... |
शैलेन्द्र |
66 |
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साखर चौथीचा गणपती |
जागु |
23 |
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...तुझ्या अस्तित्वाची ओळखीची खुण |
विकाल |
5 |
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आठवणी |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
8 |
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मजला महाग पडले. |
अविनाशकुलकर्णी |
14 |
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मै पिच्चर में जावू के नको |
पाषाणभेद |
1 |
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आजचा सवाल-'?' |
अत्रुप्त आत्मा |
9 |
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प्रिय मित्र...!गणपती बाप्पा ..!! |
प्रकाश१११ |
11 |
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पाव्हण्यानं डोळा मारला |
पाषाणभेद |
1 |
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चला वेळ आता आली आहे ...!! |
प्रकाश१११ |
4 |
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दादला हातोडीनं ठोकतो खुट्टा |
पाषाणभेद |
1 |
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अशी कशी ही म्हागाई |
पाषाणभेद |
6 |
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)माझं सामान हे...( |
राजेश घासकडवी |
28 |
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रंगपंचमीच्या सनाला |
पाषाणभेद |
3 |
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क्षण |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
12 |
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बत्तीस तारखेला |
गंगाधर मुटे |
10 |