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पाहिजे एकांत थोडा |
पुष्कराज |
1 |
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तू दिलेल्या वेदना |
जयवी |
7 |
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बोलायाचे कितीक आहे पण.... |
पुष्कर |
13 |
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"तो"- जागतिक एड्स दिना निमित |
sanjubaba |
2 |
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कसं काय पाटील बरं हाय का |
उपटसुंभ |
1 |
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गोंधळ |
ऋषिकेश |
9 |
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(काही कविता) |
चतुरंग |
9 |
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सलाम त्या शुराना .....शहिद झालेल्या विराना |
ग्रीष्म |
3 |
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(काही कविता का प्रश्न ?) |
चेतन |
0 |
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फेसाळत्या सागरतीरी सांज घेते ठाव |
कवटी |
1 |
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साजणी आली बघ बहार |
कवटी |
8 |
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(कधीच का नाही?) |
चेतन |
1 |
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जगायचे जगायचे ! |
पल्लवी |
4 |
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जागो मतदार प्यारे |
अनिरुध्द |
0 |
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स्वागत |
मुक्तसुनीत |
4 |
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हे नाक तुंबलेले (विडंबन) |
सागरलहरी |
1 |
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आकार |
द्विज |
7 |
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झोपले हे जग |
कवटी |
7 |
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पाठीराखा (ही नवीन कविता आहे) |
द्विज |
11 |
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लवंगलता एक प्रयत्न |
चेतन |
0 |
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खळाळत्या नदीतीरी सांज घेते ठाव |
श्रीकृष्ण सामंत |
6 |
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बळी राजा.... |
ग्रीष्म |
1 |
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रात्ररंग.. |
प्राजु |
17 |
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कष्ट करणार्या " तिला " |
दत्ता काळे |
2 |
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कंटाळा..... |
विवेकवि |
8 |
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ओढ वादळी ...(लवंगलता छंद) |
मनीषा |
3 |
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--- ओढ वादळी ...(सवंगलता छंद) --- |
केशवटुकार |
5 |
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हि कार! |
केसुरंगा |
1 |
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कधीच नाही |
जयवी |
14 |
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काही माणसं |
ग्रीष्म |
9 |
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समस्यापूर्ती |
सागरलहरी |
4 |
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भुक |
जयेश माधव |
1 |
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संक्रांतीच्या शुभेच्छा |
नंदन |
17 |
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सासुरवाशीण |
अनंत छंदी |
3 |
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रितेपण |
जयवी |
7 |
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डोरियन ग्रे |
सुवर्णमयी |
18 |
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खेळ दोन ओळींचा - २ |
राघव |
20 |
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आठवण.... |
सौरभ वैशंपायन |
8 |
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शाक्त पंथीय साधक साधिकांची शक्ति उपासना |
अविनाशकुलकर्णी |
5 |
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उद्वेग विसरून कसं चालेल? |
श्रीकृष्ण सामंत |
25 |
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हिशोब |
उपटसुंभ |
6 |
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<पुन्हा पुन्हा मी!!!!> |
पिवळा डांबिस |
12 |
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गारवा कृपेचा..! |
राघव |
6 |
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माझ्यातल्या कवीला सूचना.... (माझ्या पुरत्याच इतरांनी राग मानू नये ) |
सागरलहरी |
0 |
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यमकाचा खेळ |
सागरलहरी |
1 |
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पसंत अपनी अपनी |
श्रीकृष्ण सामंत |
0 |
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येऊ तशी कशी मी फारीनला? |
पिवळा डांबिस |
25 |
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खपली |
भास्कर केन्डे |
5 |
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प्रभात राग रंगती... |
विसोबा खेचर |
18 |
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अज्जे अज्जे ऐक जरा.. |
स्वाती फडणीस |
4 |
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पहिली रात (धुवांधार द्वंद्व) |
केशवटुकार |
16 |
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अमुची चिमुकली गादी |
श्रीकृष्ण सामंत |
4 |
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देवद्वारी (देवद्वार छंद) |
लिखाळ |
3 |
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(अष्टाक्षरी छंद) |
मनीषा |
5 |
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मी परत एकदा |
द्विज |
6 |
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पहिली रात (देवद्वार) |
रामजी |
4 |
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मिसळपाव काव्यकट्टा - काव्यस्पर्धा नोव्हेंबर २००८ - अभिप्राय |
धोंडोपंत |
2 |
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कडुलींब (देवद्वार छंद) |
दत्ता काळे |
4 |
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गारवा (देवद्वार छंद) |
चन्द्रशेखर गोखले |
5 |
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पाण्याच्या थेंबासाठी |
सुवर्णमयी |
15 |
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निरगाठी... |
नीधप |
9 |
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तुलना ( अष्टाक्षरी) |
कपिल काळे |
4 |
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माय मराठी |
veebee009 |
2 |
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स्फोटात फाटलेले डबे |
ग्रीष्म |
1 |
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पाउस |
ब्रिटिश |
16 |
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वसंत (पादाकुलक) |
चेतन |
1 |
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आठवण (देवद्वार छंद) |
चेतन |
2 |
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(धोरण) देवद्वार छंद |
चेतन |
0 |
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ओंजळभर पाणी |
हर्षदा विनया |
6 |
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आमची बायको कुत्रा पाळते |
अरुण मनोहर |
4 |