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ही तुझी माझीच आहे गोष्ट पण... |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
14 |
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चारोळ्या |
मानसी मनोजजोशी |
1 |
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इच्छिला उषःकाल अंधःकार मिळाला |
श्रीकृष्ण सामंत |
2 |
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चारोळ्या |
मानसी मनोजजोशी |
13 |
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जय जय भारत ! जय जय भारत ! |
आचरट कार्टा |
4 |
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गुलबचा सण |
पुष्कराज |
6 |
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संतश्रेष्ठ (देवद्वार छंद) |
संदीप चित्रे |
13 |
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किती मैत्रिणी? ताटावरती ... |
केशवसुमार |
13 |
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भारत माझा एक रॆ |
राजा |
2 |
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भयस्वप्न |
धनंजय |
6 |
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दिवा तेवतसे अंधारात... (देवद्वार छंद) [माझं इथलं पहिलंच पोस्ट :) ] |
आचरट कार्टा |
3 |
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...मी आहे. |
अंकुश चव्हाण |
6 |
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(सजा) |
चतुरंग |
9 |
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सोशीक..! |
उपटसुंभ |
7 |
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आणखी एक भोंडला |
मूखदूर्बळ |
3 |
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पाखरे आम्ही सर्व एकाच भूमीवर |
शंकरराव |
10 |
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(ठुमरी) |
केशवसुमार |
13 |
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तुला कापते रे तुला कापते |
मूखदूर्बळ |
14 |
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(परिकथेतील राजकुमारा ...) |
केशवसुमार |
26 |
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तुझ्या रुपातुनी दर्शन घडते... |
अंकुश चव्हाण |
0 |
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बहर |
सुचेता |
5 |
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चूक..! |
उपटसुंभ |
9 |
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गंमतीशीर चित्रे! :) |
विसोबा खेचर |
13 |
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(पुनरागमनी अरे सुमारा...) |
केशवटुकार |
1 |
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पंढरी (अष्टाक्षरी) |
प्रशांत.पोरे |
2 |
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(हवाबाण हरडे) |
केशवसुमार |
21 |
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फक्त तुझा ....!!!! |
डोम्बिवली फास्ट |
9 |
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"नात॑......!!!!" |
डोम्बिवली फास्ट |
5 |
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नार्सिससच्या प्रतिबिंबाची लावणी |
धनंजय |
20 |
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पण तू मात्र......... |
sanjubaba |
3 |
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बाला, |
अविनाशकुलकर्णी |
5 |
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खाज! |
चतुरंग |
6 |
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लठठ मनोगत |
अनिरुद्धशेटे |
0 |
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संक्रांती |
केशवसुमार |
29 |
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शोध |
अनिरुद्धशेटे |
0 |
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कवी नडू पाही... |
चतुरंग |
12 |
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गवार |
जृंभणश्वान |
12 |
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बर्फ जादाचा जणू... |
केसुरंगा |
6 |
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भोंडल्याची (डोंबलाची ) गाणी |
मूखदूर्बळ |
3 |
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हंस उडू पाही... |
नीधप |
21 |
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रिक्त |
स्वाती फडणीस |
8 |
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कलाकार |
पंचम |
3 |
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( निवडणुकीचा एक दिवस ) |
अमोल केळकर |
0 |
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एक दिवस |
ज्ञानदा कुलकर्णी |
4 |
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मी अगदी मजेत आहे |
मोगॅम्बो |
13 |
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गुलाबी चांदणे |
जयवी |
17 |
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काही चारोळ्या.......... |
sanjubaba |
5 |
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(गुलाबी चांदणे) |
चतुरंग |
5 |
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" गजरा " |
sanjubaba |
0 |
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हे असं चालू शकेल? |
अनंत छंदी |
0 |
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प्यार कुणावर... |
चतुरंग |
14 |
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शिक्षकांचे विद्यार्थिनीस पत्र . . . . . . . |
क्षितीजा |
15 |
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मॅट्रिक्स...[Matrix] |
अविनाशकुलकर्णी |
0 |
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गणपतीला स्वेटर |
लिखाळ |
13 |
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चारोळी |
मॅन्ड्रेक |
1 |
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तिचा मोकळा वावर |
पुष्कराज |
2 |
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हि कुण्या गावचि नार...... |
अविनाशकुलकर्णी |
5 |
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दिव्याभोवती अंधार (गीतांजली - अनुवाद) |
लिखाळ |
21 |
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"आई" |
sanjubaba |
5 |
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कंडोम |
अविनाशकुलकर्णी |
10 |
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लग्न करुन तु सासरी गेली आहेस |
अविनाशकुलकर्णी |
15 |
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क्षितीज |
शाल्मलि |
9 |
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अर्धांगीनि |
अविनाशकुलकर्णी |
4 |
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राजे – ४ |
श्रावण मोडक |
10 |
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जीवन म्हणजे नक्की काय असतं ? |
शर्मीला |
7 |
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नि:शब्द विजय (उद्धव मात्रावृत्त) |
ऋषिकेश |
6 |
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माझे मन..... |
sanjubaba |
0 |
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तो माणूस भणंग होता |
मूखदूर्बळ |
0 |
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मी आलो. |
रेझर रेमॉन |
6 |
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गजल |
mahesh jahagirdar |
4 |