गीत तारकांचे |
सार्थबोध |
3 |
रक्तदाब! |
अत्रुप्त आत्मा |
24 |
((सहज..)) |
सतिश गावडे |
21 |
माझेच जगणे खरे..... |
विशाल कुलकर्णी |
4 |
अगा पांडुरंगा .. |
विशाल कुलकर्णी |
32 |
अर्रे पांडुब्बा .. |
टवाळ कार्टा |
38 |
(सहज..) |
टवाळ कार्टा |
24 |
सहज.. |
अत्रुप्त आत्मा |
37 |
तो..... |
टवाळ कार्टा |
5 |
कसं जमतं तुला |
सुचेता |
19 |
ओळखा पाहू ? |
विवेकपटाईत |
10 |
सुखसाधना |
सार्थबोध |
1 |
उठ तरुणा उठ आता..! |
चन्द्रशेखर गोखले |
7 |
अंग माझे |
भीडस्त |
15 |
आज अचानक लाथ पडे ... |
केशवसुमार |
21 |
ती........... |
लीलाधर |
19 |
गंध तुझे |
सार्थबोध |
3 |
रेशमाच्या बाबांनी |
केशवसुमार |
43 |
गंध माझे |
टवाळ कार्टा |
38 |
होउ दे श्वास मोकळा |
टवाळ कार्टा |
46 |
माणुसकीचा येता गहिवर |
मंदार दिलीप जोशी |
6 |
कस्तूरी!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! |
अत्रुप्त आत्मा |
34 |
एकटा |
Yash |
8 |
मन |
गुलमोहर |
5 |
माणुसकीचा येता गहिवर |
मंदार दिलीप जोशी |
0 |
चारोळ्या |
प्रमोद देर्देकर |
54 |
काटा |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
45 |
हिशोब.. |
चुकलामाकला |
14 |
अकारण |
सार्थबोध |
2 |
धुकं |
विवेकपटाईत |
6 |
(भाउबंदकी) |
केशवसुमार |
29 |
"चिडकी चिऊताई -" (बालकविता) |
विदेश |
3 |
मरायचं नाय बे...!! |
आयुर्हित |
3 |
खटाटोप |
Yash |
17 |
साल्याने पेपर टाकलाय....... |
सार्थबोध |
48 |
बैल |
विजुभाऊ |
27 |
अभिनंदन |
चुकलामाकला |
33 |
....... इथले संपत नाही |
मित्रहो |
11 |
टेक्श्चर |
वेल्लाभट |
8 |
ओंजळ (देवद्वार छंद) |
पद्मश्री चित्रे |
17 |
कट्ट्यावरी |
लीलाधर |
37 |
युरेका |
चुकलामाकला |
11 |
नजर |
सुर्या गार्डी |
2 |
हाबिणंदण |
टवाळ कार्टा |
8 |
बाटली आणि ग्लास |
प्रमोद देर्देकर |
6 |
मोठ्ठे आरसे |
शब्दानुज |
6 |
राधा |
दिपक विठ्ठल ठुबे |
16 |
जमला मेळा संतसज्जनांचा |
पाषाणभेद |
5 |
"अर्थ" |
दिपक विठ्ठल ठुबे |
7 |
कधी तू..... (वाहनवेड्याचं व्हर्जन) |
वेल्लाभट |
6 |
आम्ही अस्पृश्याची पोरे |
देवदत्त परुळेकर |
5 |
धोतर आणि तांब्या |
शब्दानुज |
68 |
सांगा असतो का कधी मी माझा? |
निमिष सोनार |
14 |
भेटेन पुन्हा एकदा... नव्याने पुन्हा... |
जाई अस्सल कोल्हापुरी |
4 |
कधी कधी |
वेल्लाभट |
6 |
सोनसाखळी |
मारवा |
5 |
क्षण तो..... |
psajid |
2 |
पाण्यासारखी... |
माधुरी विनायक |
3 |
सीट |
मित्रहो |
13 |
सकाळी सकाळी कोठे वेळ असतो ....!! |
प्रकाश१११ |
4 |
मॅटिनी |
अविनाशकुलकर्णी |
25 |
सगळीकडे नुसती चर्चा ब्रँड आणि फक्त....... ब्रँडची |
सार्थबोध |
10 |
माणुसकी |
माम्लेदारचा पन्खा |
7 |
एका विचारवंताचा सल्ला... |
चंद्रनील मुल्हेरकर |
12 |
स्वर तुझा |
प्रकाश१११ |
3 |
एकांत |
सार्थबोध |
3 |
(पडुन आहे सार्त्र अजुनी) |
स्वामी संकेतानंद |
24 |
नको .. |
गवि |
18 |
स्वप्नांचे पान मुंबई |
गणेशा |
12 |
(पाठ शिवा हो पाठ शिवा) |
सूड |
19 |