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माफ |
निखिलचं शाईपेन |
3 |
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धग |
अज्ञातकुल |
3 |
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भंगलेल्या मनाचा अभंग ३ |
चन्द्रशेखर गोखले |
2 |
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नातीगोती |
अरुण मनोहर |
3 |
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कतरीनाचा सलमान बाई कधी अॅशचा हा सलमान |
स्वप्ना_तुषार |
9 |
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गर्द काळोख |
स्वप्ना_तुषार |
0 |
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मीही स्पर्शून जातो ईश्वराला माझ्या गाण्यातून (रवींद्रनाथ टागोरांच्या कवितेचा स्वैर अनुवाद) |
स्वप्ना_तुषार |
4 |
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जा मुला जा, तिच्या घरी तू सुखी रहा... |
विदेश |
5 |
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बुल्ला की जाणा मै कौण.... |
कवितानागेश |
37 |
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मी असा जुगारी... |
बन्या बापु |
2 |
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'तो' शनिवार |
अत्रुप्त आत्मा |
5 |
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कोंबडा आरवतो - |
विदेश |
4 |
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पिंगु आणी शाळा(बालकाव्य) |
अत्रुप्त आत्मा |
3 |
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हेज्यायची कटकट... |
भारी समर्थ |
11 |
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हायकू - |
विदेश |
6 |
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गाढवदादा गाढवदादा - |
विदेश |
6 |
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पाऊस |
सामान्य वाचक |
10 |
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झाडे |
सामान्य वाचक |
7 |
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टिपुर आशेचं दाणं ... रानातली वाट...... |
गणेशा |
4 |
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अन... हात तुझा हातात. |
झंम्प्या |
6 |
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भास.. |
राघव |
15 |
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अंतीम क्षण (गझल) |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
10 |
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सांग सखे ... |
विश्वेश |
10 |
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संथ पाडते गझला बाई .... |
विदेश |
1 |
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तो पूर पावसाचा - |
विदेश |
2 |
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वेगळी माझी खोली |
काव्-काव् |
5 |
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कित्ती लागली मला भूक |
काव्-काव् |
2 |
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वेडे मन |
प्रिया ब |
17 |
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यम बोलला वडाला |
JAGOMOHANPYARE |
4 |
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मोहोर |
नगरीनिरंजन |
4 |
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जगरीती |
शैलेन्द्र |
10 |
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(वडा म्हणे मढ्याला) |
प्रभो |
8 |
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लेखक बोलला.. |
५० फक्त |
14 |
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पाऊस |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
6 |
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काळ्याशार भुईवर हिरवी क्रांती |
गणेशा |
14 |
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बदल्ला आहे काळ.. |
प्रिया ब |
22 |
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गालिब |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
10 |
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आठवणींच्या चारोळ्या |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
4 |
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तुमच्यात्-आमच्यात |
विनायक प्रभू |
15 |
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(पाव्हनं चला, झाडावरती बसू !) |
केसुरंगा |
3 |
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देशभक्ती रचना: तिरंगी आमचा भारतीय झेंडा |
पाषाणभेद |
3 |
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साहित्याशी जवळिक साधत - |
विदेश |
1 |
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पाऊस |
सोनल कर्णिक वायकुळ |
4 |
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संधिकाल |
धनंजय |
7 |
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सण पाऊस साजरा --- |
विदेश |
0 |
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हायकू १ |
पाषाणभेद |
4 |
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चबुतरा |
अरुण मनोहर |
8 |
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घेऊ कसा उखाणा (तिकडम) |
अरुण मनोहर |
0 |
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(येस , वी आर...) |
धन्या |
36 |
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पर्सनल अकाऊंट |
अत्रुप्त आत्मा |
6 |
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जय जय लंबोदरा |
पाषाणभेद |
1 |
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मन |
सामान्य वाचक |
3 |
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स्पंदन |
अज्ञातकुल |
2 |
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भंगलेल्या मनाचा अभंग ..२ |
चन्द्रशेखर गोखले |
3 |
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घाव |
प्यारे१ |
9 |
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आज पहाटे |
विश्वेश |
4 |
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आल्या पावसाच्या सरी - |
विदेश |
1 |
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साडे माडे.... |
केशवसुमार |
12 |
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भंगलेल्या मनाचा अभंग |
चन्द्रशेखर गोखले |
4 |
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एक राधा, एक मीरा |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
8 |
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.टिंब. |
विजुभाऊ |
4 |
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इतकेच मला भरताना... |
केशवसुमार |
7 |
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आता नाही ... |
विश्वेश |
1 |
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प्रवाही |
अज्ञातकुल |
1 |
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विदेही |
अज्ञातकुल |
1 |
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वळवळ केवळ |
विसुनाना |
9 |
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राजाच्याजवळी अधिकार कसले... |
ऋषिकेश |
4 |
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तसा प्रत्येक दिवशी मून येतो |
केशवसुमार |
3 |
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टू जी |
मूखदूर्बळ |
1 |
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दिसभर उन्हातान्हात |
पाषाणभेद |
0 |