|
ते गांव माझे.. |
प्राजु |
29 |
|
(सख्या चला बागामधी) |
अडगळ |
8 |
|
नेते नरमले |
गंगाधर मुटे |
4 |
|
शिळा घास होता |
मयुरेश साने |
5 |
|
आई..मिटलेला श्वास - १ |
गणेशा |
11 |
|
रावणाला कोणी मारला ? |
नाहिद नालबंद |
14 |
|
स्वप्न |
नाहिद नालबंद |
7 |
|
आई मिटलेला श्वास १३: स्वप्नथेंबांची पालखी |
गणेशा |
4 |
|
एका झाडाचा मृत्यू ..[?] |
प्रकाश१११ |
5 |
|
अशीच एक राधा .... |
गणेशा |
8 |
|
धोतर फ़ाटेपाव्तर : नागपुरी तडका |
गंगाधर मुटे |
6 |
|
स्वताच्या पोटाला चिमटा घेत ...!! |
प्रकाश१११ |
8 |
|
ते गाणे ...!! |
प्रकाश१११ |
6 |
|
नार देखणी..(लावणी) |
प्राजु |
21 |
|
आपले शब्द छान मित्र झाले आहेत ..!! |
प्रकाश१११ |
8 |
|
तारुण्य ..!! |
प्रकाश१११ |
5 |
|
नवे साल गाणे जुने गात आहे... |
मयुरेश साने |
2 |
|
रजनीकांत |
महेश काळे |
2 |
|
आवर्तन..... |
स्पंदना |
8 |
|
वैशाख छाया |
अरुण मनोहर |
6 |
|
माझ्या शेतावरचे काळे ढग...!! |
प्रकाश१११ |
4 |
|
उंदीरमामा आणि मनीमावशी - |
विदेश |
16 |
|
तुमचे शोकेसमध्ये ठेवल्यासारखे आयुष्य ...!! |
प्रकाश१११ |
8 |
|
आम्ही कविता करतो |
असुर |
9 |
|
मकरसंक्रांतीच्या दिवशी सुचलेली एक कविता..... |
मृगनयनी |
25 |
|
काव्यक्षण (कविता संग्रह) |
निमिष सोनार |
3 |
|
' नववर्षी-संकल्प ' जाणता ... |
विदेश |
0 |
|
नाती |
अभिसरिका |
0 |
|
मन! |
राघव |
13 |
|
मिसळपाव- एक कुरण.. |
प्राजु |
50 |
|
काय असते कविता ? |
गणेशा |
2 |
|
एका डॉक्टरच्या कविता-४: व्यथा |
डॉ अशोक कुलकर्णी |
5 |
|
मस्त थंडी घट्ट बर्फाळलेली ..!! |
प्रकाश१११ |
4 |
|
मी पण एक कविता करणार आहे ..!! |
प्रकाश१११ |
4 |
|
'पाकनिष्ठ' कांदा, लुडबूडतो कशाला? |
गंगाधर मुटे |
15 |
|
शब्दांचे भरघोस पिक ..!! |
प्रकाश१११ |
3 |
|
... |
अभिषेक९ |
6 |
|
चल बाळा आपण पतंग घेवू |
पाषाणभेद |
1 |
|
नाही ... (गझल) |
स्वानंद मारुलकर |
5 |
|
वाटले होते...! |
यशोधरा |
19 |
|
बायको : नागपुरी तडका |
गंगाधर मुटे |
19 |
|
प्रच्छन्न प्रोमेथियसचे प्रमाथी प्राक्तन |
शरदिनी |
42 |
|
एकास तीन |
अवलिया |
13 |
|
इतिहास |
स्पंदना |
18 |
|
नव्या वर्षाची हीच जिंगळ..... |
विजुभाऊ |
5 |
|
(कांदे पोहे) ... नीगेटीव्ह शेड |
गणेशा |
3 |
|
निष्पर्ण वृक्षावर पक्षी घरटी नाही बांधत !! |
प्रकाश१११ |
4 |
|
(घट डोईवर घट कमरेवर) |
मेघवेडा |
22 |
|
भारी पडली जात |
गंगाधर मुटे |
5 |
|
एक अबोल प्रेम फुललेच नाही !! |
पावसाची परी |
13 |
|
किती वर्षाने असे निवांतपण ..!! |
प्रकाश१११ |
4 |
|
मी एन आर आय कसा? |
बहुगुणी |
14 |
|
आरती गुरूदत्ताची |
पाषाणभेद |
2 |
|
घट पोटावर घट कमरेवर... |
केशवसुमार |
17 |
|
कांदे पोहे... |
गणेशा |
7 |
|
कसे वर्ष गेले हरवून ...!!! |
प्रकाश१११ |
2 |
|
पाउलखुणा |
गणेशा |
2 |
|
सांजवेळी सोबतीला.. |
मयुरेश साने |
2 |
|
लतादेवीची आरती |
JAGOMOHANPYARE |
2 |
|
किती सांगू मी आनंद झाला- |
विदेश |
2 |
|
अर्धवट |
विश्वेश |
2 |
|
कधीही काहीही होऊ शकते ..!! |
प्रकाश१११ |
3 |
|
नूतन वर्षाच्या शुभेच्छांसाठी |
भाववेडा |
2 |
|
नुतनवर्षास.... |
गंगाधर मुटे |
1 |
|
चारोळी : नव्या वर्षाचा नवा थाट!! |
निमिष सोनार |
2 |
|
लाखाचा असो वा कोटीचा, तुमचे आमचे सेम असते.......... |
अमोल देशमुख |
7 |
|
नुसतेच ! |
विश्वेश |
3 |
|
कडेलोट ! |
विश्वेश |
1 |
|
किशन बिहारी नुर....३ ( रोमेंटीक ) |
अश्फाक |
4 |
|
किशन बिहारी नुर....२ |
अश्फाक |
11 |