|
४ : वर्तुळ.. गती..परीघ.. |
गणेशा |
2 |
|
वेणी सोडुनिया : गौळण |
गंगाधर मुटे |
6 |
|
कत्तलखाना !! |
प्रकाश१११ |
9 |
|
मास्तरांच्या छडीसारखे कठोर दिवस !!... |
प्रकाश१११ |
7 |
|
धान्यापासून बनवा दारू ...!! |
प्रकाश१११ |
2 |
|
शिखर त्यांनी गाठलेले - |
विदेश |
2 |
|
आपण सारे शिर्डीला जावूया |
पाषाणभेद |
9 |
|
नदीवर धुणे धुणार्या बायका !! |
प्रकाश१११ |
11 |
|
किती चाटणार भारतपुत्रा? : नागपुरी तडका |
गंगाधर मुटे |
22 |
|
तुला आपलेसे करावे किती ?... |
मयुरेश साने |
4 |
|
मरण्यात अर्थ नाही |
गंगाधर मुटे |
10 |
|
आता काही देणे घेणे उरले नाही |
गंगाधर मुटे |
5 |
|
मौनाचं वादळ |
जयवी |
18 |
|
गंधवार्ता |
गंगाधर मुटे |
14 |
|
तरीही तिने मुस्कुरावे कशाला ?... |
मयुरेश साने |
11 |
|
शब्द मागती ते - लिहिण्या अजून शाई... |
मयुरेश साने |
15 |
|
अजून श्वास पाळती ! तुझ्या खुणा पुन्हा पुन्हा........ |
मयुरेश साने |
13 |
|
(पोट मागते ते - चरण्या अजून काही...) |
नगरीनिरंजन |
7 |
|
किनारा |
शैलेन्द्र |
8 |
|
नवा दे घाव वेदनांना........... |
मयुरेश साने |
0 |
|
आई...मिटलेला श्वास - ११ |
गणेशा |
1 |
|
बाबा !! |
प्रकाश१११ |
2 |
|
३. माहेर .. एक आठवण.. |
गणेशा |
2 |
|
२. कारण लग्न करुन तु सासरी गेली आहेस |
गणेशा |
5 |
|
नसतेस घरी तू तेव्हा... "फणसाची फुले" ( विडंबन ) (Nasates Ghari Tu Tevha...) |
बोलघेवडा |
10 |
|
कशी बदलून जाते ही सुंदर सकाळ !! |
प्रकाश१११ |
3 |
|
का शब्द मी निघालो खोडून वाचलेला?.... |
मयुरेश साने |
2 |
|
आताशा मी ग्लास रिकामे मदिरेचे करतो |
केशवसुमार |
10 |
|
मन पखरु |
अनिल आपटे |
2 |
|
म्हातारपणीची प्रार्थना |
अरुंधती |
20 |
|
आई... मिटलेला श्वास.. १० |
गणेशा |
3 |
|
खाजकविता २ - दाढी , झुरळ आणि कविता... |
कानडाऊ योगेशु |
10 |
|
मंद सुगंधी रात करीतसे घात- समस्यापुर्ती (३) |
अरुण मनोहर |
41 |
|
आई..मिटलेला श्वास - २ |
गणेशा |
3 |
|
प्रतिभावंत !! |
प्रकाश१११ |
2 |
|
आई..मिटलेला श्वास - ३ |
गणेशा |
2 |
|
आई.. मिटलेला श्वास ... ४ |
गणेशा |
9 |
|
अधुरी प्रेम कहाणी |
अविनाशकुलकर्णी |
2 |
|
जीव गुंतला ( चाल : खेळ मांडला ) |
गणेशा |
4 |
|
सगळे बहाणे माफ आहेत प्रेमात !! [नवीन ] |
प्रकाश१११ |
2 |
|
सगळे बहाणे माफ आहेत प्रेमात !! |
प्रकाश१११ |
0 |
|
रक्षण |
नगरीनिरंजन |
3 |
|
आई ... मिटलेला श्वास.. ९ |
गणेशा |
2 |
|
बघ कशा संवेदना गातात माझ्या |
मयुरेश साने |
6 |
|
चांदणं... तुझं |
जयवी |
7 |
|
माझिया केसानो!! |
रमणरमा |
4 |
|
परदेशी गेलेल्या मुलास ......./ |
प्रकाश१११ |
6 |
|
प्रतिबिम्ब |
मूकवाचक |
4 |
|
परदेशी गेलेल्या मुलास ......./ |
प्रकाश१११ |
0 |
|
म्हातारा |
प्रकाश घाटपांडे |
5 |
|
चुंबिण्या येऊ नको तू............ |
मयुरेश साने |
7 |
|
आई ... मिटलेला श्वास.. ८ (मनपक्षी माखले सारे) |
गणेशा |
3 |
|
अनंत शुभेच्छा !! |
प्रकाश१११ |
2 |
|
फार पडझड झालीय ह्या शरीराची !! |
प्रकाश१११ |
2 |
|
तुला ना कळे लोचनांची कहाणी.. |
राघव |
1 |
|
बनवा झटपट कविता (समस्यापुर्ती) |
अरुण मनोहर |
7 |
|
आरती भ्रष्टाचाराची - |
विदेश |
0 |
|
काढला संग्रह कवितांचा - |
विदेश |
4 |
|
..दाढी आणि खाज.. |
कानडाऊ योगेशु |
2 |
|
..मी गरुडभरारी घेता... |
कानडाऊ योगेशु |
9 |
|
(((निशाण))) |
अवलिया |
12 |
|
मी पुरुष बिच्चारा |
गणेशा |
7 |
|
भस्म्या |
अरुण मनोहर |
3 |
|
हलक्या फुलक्या पिसासारखे फुलपाखरू !! |
प्रकाश१११ |
1 |
|
नाग !! |
प्रकाश१११ |
1 |
|
आई !!! |
प्रकाश१११ |
4 |
|
आई.. मिटलेला श्वास - ६ |
गणेशा |
5 |
|
विसर- भुकेचा |
अरुण मनोहर |
2 |
|
आई.. मिटलेला श्वास - ७ |
गणेशा |
2 |
|
(भांडणं..तिचं) |
बेसनलाडू |
3 |