नवे लेखन
मिसळपाव.कॉमवरील सर्व नवीन लेखन येथून बघता येईल.
प्रकार | शीर्षक | लेखक | सर्व प्रतिक्रिया |
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पाककृती | चिकन करी | Mrunalini | 46 |
जे न देखे रवी... | आपण किती हसतो! | सुमेध रानडे | 2 |
जनातलं, मनातलं | शोषण नाही कोठें ? | माहितगार | 1 |
जनातलं, मनातलं | "!!.....मधुचंद्र......!!" | जेनी... | 114 |
जनातलं, मनातलं | (a^2 + b^2) =??? | जव्हेरगंज | 52 |
जनातलं, मनातलं | चमत्कारी बाबा (कथा) | आनंद कांबीकर | 32 |
जनातलं, मनातलं | विश्वाचे आर्त - भाग १० - नैसर्गिक निवड | राजेश घासकडवी | 6 |
जनातलं, मनातलं | विश्वाचे आर्त - भाग १२ - सामाजिक डार्विनवाद | राजेश घासकडवी | 10 |
जनातलं, मनातलं | गुरु (मराठी) | समीर_happy go lucky | 4 |
जनातलं, मनातलं | सर्वोच्च न्यायालयाचा पथदर्शक निर्णय | पुणे मुंग्रापं | 28 |
जनातलं, मनातलं | १०० स्मार्ट सिटी आव्हाने की स्मार्ट नेत्यांची कसोटी | नितीनचंद्र | 9 |
जे न देखे रवी... | Mobile | अविनाश लोंढे. | 8 |
जनातलं, मनातलं | आमचं एकत्र मालवणी भोजन. | श्रीकृष्ण सामंत | 2 |
जे न देखे रवी... | सोने की चिड़ियां | संदीप डांगे | 7 |
जनातलं, मनातलं | एयरलिफ़्ट | समीर_happy go lucky | 13 |
जनातलं, मनातलं | वॅली ऑफ फ्लॉवर्स : ५ : हेमकुंड साहिब | आकाश खोत | 10 |
मिपा कलादालन | माझा निसर्ग चित्रणाचा प्रयत्न | आसिफ | 10 |
भटकंती | एक स्कॉर्पियो आणि सहा जण... भाग ४ | संदीप डांगे | 22 |
मिपा कलादालन | लोनाड : लेणी आणि शिवमंदिर | कंजूस | 7 |
तंत्रजगत | ड्वोरॅक आराखडा | अभिनव | 17 |
काथ्याकूट | भारतीय प्रसारमाध्यमे आणी विश्वासार्हता | Jack_Bauer | 65 |
जनातलं, मनातलं | श्री गुरू...एक कोडे (भाग-१) | शरद | 20 |
जनातलं, मनातलं | इतिहासाचे मारेकरी आणि पहारेकरी | विकास | 111 |
जे न देखे रवी... | डॉलर | अविनाश लोंढे. | 2 |
जनातलं, मनातलं | प्रमाणभाषा? कोंकणी - गोव्यातीत "सुनापरांत" मधील एक लेख | धनंजय | 24 |
भटकंती | एक स्कॉर्पियो आणि सहा जण... भाग १ | संदीप डांगे | 44 |
जनातलं, मनातलं | देव अन माणूस | अविनाश लोंढे. | 10 |
जनातलं, मनातलं | प्रेमकथा-एका अनपेक्षित वळणावर-गोष्ट तुझी न माझी (भाग-2) | Savnil | 2 |
जनातलं, मनातलं | विश्वाचे आर्त - भाग ५ - कोंबडी आधी की अंडं आधी | राजेश घासकडवी | 42 |
जे न देखे रवी... | तेच ते | मित्रहो | 3 |
मिपा कलादालन | मोबाईल फोटोग्राफी | मयुरMK | 81 |
जनातलं, मनातलं | बार-बे-क्यू नेशन, द हेवन! | संजय क्षीरसागर | 255 |
पाककृती | गाजराचा शिरा | विवेकपटाईत | 24 |
जे न देखे रवी... | एकटेपणाच्या कविता | पालीचा खंडोबा १ | 7 |
जनातलं, मनातलं | थंड डोक्याने... | हुप्प्या | 12 |
काथ्याकूट | माझे कोकण भ्रमण..... कृपया उघडू नका. | llपुण्याचे पेशवेll | 52 |
भटकंती | माहिती हवी - माथेरान | लीना घोसाळ्कर | 26 |
काथ्याकूट | रोहीत वेमुला | shvinayakruti | 150 |
काथ्याकूट | "कुत्र्याला खीर पचली नाही" | चलत मुसाफिर | 31 |
जे न देखे रवी... | बुधवारच्या कविता | llपुण्याचे पेशवेll | 68 |
जे न देखे रवी... | ऋण | यशोधरा | 33 |
जे न देखे रवी... | दुलई | सुमेध रानडे | 11 |
जे न देखे रवी... | प्रपोजल् | बेसनलाडू | 23 |
काथ्याकूट | मास्तराचा समुपदेशान | ब्रिटिश | 11 |
काथ्याकूट | गूढ आणि हटके ग्रह - हर्षल, नेपच्यून आणि प्लुटो !! | निमिष सोनार | 25 |
काथ्याकूट | धाग्यांच्या भस्मासुरावर उपाय : (एका आठवड्यात) तिसरा धागा प्रकाशित केल्यास लेखनबंदी! | पांथस्थ | 44 |
जनातलं, मनातलं | विश्वाचे आर्त भाग १३ - 'आहे' आणि 'असावं' | राजेश घासकडवी | 18 |
जे न देखे रवी... | Celebration | पालीचा खंडोबा १ | 10 |
जनातलं, मनातलं | जलमार्ग विकासाचे वरदान उद्योगांना | अनिकेत एस जोशी | 12 |
पाककृती | कलेजी | जागु | 11 |
जे न देखे रवी... | तुझे मजवरी भाळणे ते अवेळी | विशाल कुलकर्णी | 36 |
भटकंती | अपरिचित अदगाव बीच | योगेश आलेकरी | 17 |
जनातलं, मनातलं | थँक यू मिस्टर ड्रॅगन – ४ | शशिकांत ओक | 7 |
जनातलं, मनातलं | कार्टी काळजात घुसली | समीर_happy go lucky | 12 |
काथ्याकूट | पुरुषांसाठी वेगळा कोनाडा असावा का ? | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे | 224 |
जे न देखे रवी... | (तुझे पाशवी बोलणे ते अवेळी) | चतुरंग | 29 |
जनातलं, मनातलं | मिपा नगरीची कहाणी! | DEADPOOL | 20 |
जनातलं, मनातलं | विज्ञान लेखमाला : आवाहन | साहित्य संपादक | 70 |
जनातलं, मनातलं | 'सर्व'-समावेशक सण आणि उत्सवांचे महत्व | माहितगार | 0 |
काथ्याकूट | जर्मनी - प्रश्न निर्वासितांचा | मधुरा देशपांडे | 34 |
काथ्याकूट | पुस्तक छापण्यासाठी मार्गदर्शन हवे आहे. | अरुण मनोहर | 16 |
काथ्याकूट | कार्यक्रमाचे आयोजन: मदत पाहिजे | संदीप डांगे | 16 |
जनातलं, मनातलं | शरद जोशी पुन्हा रणांगणात उतरणार! | गंगाधर मुटे | 17 |
काथ्याकूट | मिपा संस्कृती साठी ही चांगली गोष्ट आहे का? | नीलमोहर | 15 |
जे न देखे रवी... | 'माझा' 'मी' 'मी' 'मी' चा पाढा, आजपण तू ऐकशील का..? | मोदक | 165 |
जनातलं, मनातलं | देह | संजय क्षीरसागर | 28 |
जनातलं, मनातलं | गोल्डफिश आणि गेस्टाल्ट | संजय क्षीरसागर | 95 |
जनातलं, मनातलं | रुणझुणू रुणझुणू रे भ्रमरा (तीन) | संजय क्षीरसागर | 225 |
जनातलं, मनातलं | 20 लाख स्वाहाः, एक रुमाल अन मुर्तिमंत भीती. | कैलासवासी सोन्याबापु | 109 |
जनातलं, मनातलं | एका अनपेक्षित वळणावर-गोष्ट तुझी न माझी | Savnil | 4 |