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पुन्हा |
अनन्त्_यात्री |
1 |
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मन चांदण्याचे तळे |
सुवर्णमयी |
11 |
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चेहरा |
सुवर्णमयी |
3 |
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अथांग सागर |
सुवर्णमयी |
18 |
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गोळ्या आणि गांधी |
बाजीगर |
5 |
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शहरातले गाव |
पाषाणभेद |
8 |
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झटपट लिहीण्याचा सराव असावा म्हणून नेट-प्रॅक्सीस |
बाजीगर |
1 |
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पडघम |
अनन्त्_यात्री |
4 |
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श्लील अश्लील |
चित्रगुप्त |
47 |
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एक झलक तुझी पाहता... |
Deepak Pawar |
7 |
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बात निकलेगी तो... |
प्राची अश्विनी |
15 |
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Fifa World Cup: ५ मुलांची आई मेस्सीची चाहती, केरळहून कार घेऊन एकटीच पोहोचली कतारला, |
बाजीगर |
0 |
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काही लिहावयाचे आहे....... |
कर्नलतपस्वी |
11 |
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चारोळी विडंबन |
माहितगार |
3 |
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कुण्या देशिचा असेल वारा?? |
प्राची अश्विनी |
6 |
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सय |
चक्कर_बंडा |
2 |
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(चारोळी विडंबन)-लसं....ग्रहण |
कर्नलतपस्वी |
4 |
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फिरुनी केली मनात दाटी... |
Deepak Pawar |
2 |
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श्री. 420 |
बाजीगर |
4 |
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कान्हा |
पद्मश्री चित्रे |
8 |
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लाखाच्या या मता आला शंभराचा भाव. |
Deepak Pawar |
0 |
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सांजावता दाटते का तुझी आठवण? |
Deepak Pawar |
5 |
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योगी आदित्यनाथांची सापशिडी,पोलीस डिएसपी स केला शिपाई |
बाजीगर |
3 |
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जगणे |
सागरसाथी |
6 |
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अवती भवती तरंगे. |
Deepak Pawar |
7 |
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उरलो आता भिंतीवरल्या ... |
चित्रगुप्त |
11 |
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पाऊस सांजवेळी डोळ्यांत दाटलेला (आनंदकंद वृत्त) |
कौस्तुभ भोसले |
10 |
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आज ही दिवाळी तशीच आहे... |
कर्नलतपस्वी |
0 |
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आज ही दिवाळी तशीच आहे... |
कर्नलतपस्वी |
0 |
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दुपार |
कर्नलतपस्वी |
0 |
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आत्ममग्न |
चित्रा |
24 |
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कुणा न कळता. |
Deepak Pawar |
2 |
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बरसणाऱ्या सरी| |
Bhakti |
5 |
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अबोला.. |
प्राची अश्विनी |
24 |
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वेडा वेडा पाऊस.. |
प्राची अश्विनी |
17 |
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लद्दाख |
अनन्त्_यात्री |
7 |
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साय |
लीलाधर |
151 |
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खरचं गरज आहे का? |
कर्नलतपस्वी |
11 |
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(ढबोला...) |
ज्ञानोबाचे पैजार |
21 |
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(मुलिंनी धरु नये अबोला) |
ज्ञानोबाचे पैजार |
30 |
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#तू म्हणालास |
प्राची अश्विनी |
4 |
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मुळांनी धरू नये अबोला |
चांदणे संदीप |
16 |
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कण अमृताचे...... |
कर्नलतपस्वी |
16 |
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कदाचित |
मी-दिपाली |
5 |
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अंतर ! |
फिझा |
8 |
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पोलिस मिरवणूकीत नाचले !! |
बाजीगर |
1 |
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सिंग वाज किंग |
बाजीगर |
8 |
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मिपा कट्टा पुणे २०२२.... |
कर्नलतपस्वी |
11 |
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ज्ञानवापी निकाल (12-सप्टेंबर-2022) |
बाजीगर |
6 |
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विराणी- गझल |
मी-दिपाली |
19 |
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गणेशवंदना |
बिपीन सुरेश सांगळे |
7 |
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चक्रव्युह.... |
कर्नलतपस्वी |
1 |
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गजानन |
सागरसाथी |
6 |
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त्यागी गजानना तुझ्या शौर्याला शतशः नमन |
माहितगार |
1 |
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माझं हे सारं सामान गं सखू... |
धन्या |
91 |
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बाई मी फुकट घेतला आराम! |
बाजीगर |
1 |
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खेला होबे |
बाजीगर |
12 |
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मनोगत |
खिलजि |
3 |
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सवय |
अनन्त्_यात्री |
3 |
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आठवण |
सागरसाथी |
4 |
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श्रावणही आला फिरूनी |
Bhakti |
13 |
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आठवण.... |
कर्नलतपस्वी |
1 |
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जाणिवांची बाराखडी |
चक्कर_बंडा |
0 |
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नकोस विसरू |
अनन्त्_यात्री |
5 |
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तू..... |
चक्कर_बंडा |
17 |
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पानात लपलेल्या फुलाला पाहून... |
कर्नलतपस्वी |
7 |
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श्रावण |
कर्नलतपस्वी |
7 |
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तुला काय ठाऊक सजणी, तुझ्यावर कोण कोण मरतंय ... |
चित्रगुप्त |
24 |
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भरु आज पेला ( गटारी स्पेशल) |
किरण कुमार |
1 |
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एकदा |
अनन्त्_यात्री |
6 |