प्रिय मित्रा! |
नीधप |
16 |
चल ग सजणे |
विनायक प्रभू |
24 |
स्वप्नसुंदरी |
अनिरुद्धशेटे |
2 |
भरती-अहोटीच येणं |
स्वाती फडणीस |
0 |
साधा माणुस |
चन्द्रशेखर गोखले |
8 |
(अफवा) |
चतुरंग |
1 |
सर्किटची मेख (अर्थात लघुकथास्पर्धा) |
आंबोळी |
5 |
नागीण आणि काही कविता. |
रामदास |
15 |
संयमाची रेघ.. |
प्राजु |
30 |
(आज मी बसून आहे _) |
अमोल केळकर |
1 |
छोटीची आई |
स्वाती फडणीस |
6 |
आय.सी.यू.----एक आत्मचिंतन |
वैशाली हसमनीस |
5 |
लेकरू |
स्वाती फडणीस |
17 |
हे वेड माझे सांग रे! साजणा |
श्रीकृष्ण सामंत |
2 |
बारा-तेरा वर्षांची ती.. |
स्वाती फडणीस |
13 |
आत्मक्लेश३ |
नंदकिशोर साळ्वे |
12 |
आत्मक्लेश४ |
नंदकिशोर साळ्वे |
11 |
* कातरवेळची एक आठवण * |
अनिरुद्धशेटे |
6 |
अंजली अंजली तूच माझी रागिणी |
श्रीकृष्ण सामंत |
10 |
गाणे मनातले ! |
ऊपट्सुम्भ |
0 |
नको लावूस पारिजात दारी |
स्वाती फडणीस |
13 |
मी बोलतेय बहिणाई... |
पारोळेकर |
0 |
..नातंच काही और असतं! |
राघव |
5 |
समस्यापूर्ती |
रामदास |
5 |
मिपावर लिहीणं धोक्याचं! |
पिवळा डांबिस |
36 |
मैत्री... |
कावळा |
6 |
हृदयांत सागराच्या.. |
प्राजु |
17 |
.. |
प्रियाली |
48 |
लावणी |
अभिजीत मोटे |
3 |
मौनाला फुटली वाणी!.. |
स्वाती फडणीस |
3 |
नाच नाच मोरा.. |
स्वाती फडणीस |
5 |
मैत्रीचं नातं |
सन्दिपरे |
0 |
सरफरोशी की तमन्ना |
अनिरुद्धशेटे |
3 |
नाचत गाजत येईल तिचा भाऊराया |
श्रीकृष्ण सामंत |
3 |
(खायचे आहे कुठे?) |
चतुरंग |
7 |
प्राजुच्या कल्पनेचा विस्तार ! |
संदीप चित्रे |
10 |
मी नाही अभ्यास केला |
देवदत्त |
12 |
(सदैव माणसा, पुढेच जायचे ) |
अमोल केळकर |
0 |
(टाळतो) |
चतुरंग |
8 |
पुरस्कार (लघुकथा ) |
अमोल केळकर |
27 |
जाम कोणी देइ |
धनंजय |
19 |
पाऊस - बालगीत |
भास्कर केन्डे |
1 |
मधुशाला - एक मुक्तचिंतन आणि भावानुवाद (भाग १०) |
चतुरंग |
14 |
मराठी भाषा एक चिरन्तन जीवनप्रवाह |
अनिरुद्धशेटे |
9 |
आत्मक्लेश२ |
नंदकिशोर साळ्वे |
4 |
मन |
दत्ता काळे |
3 |
तुझ्या माझ्यासवे कधी गायचा दाऊदही...! |
उपटसुंभ |
5 |
आत्मक्लेश |
नंदकिशोर साळ्वे |
1 |
ते आणि आम्ही |
अजय जोशी |
1 |
एका सुन्दर मुलीसाठी |
अनिरुद्धशेटे |
4 |
वाटले की शेवटी होकार झाला |
धनंजय |
20 |
काटा रुते कुणाला |
अरुण मनोहर |
3 |
बिहारी कणा .. (कुसुमाग्रजांची क्षमा मागून) |
उपटसुंभ |
6 |
पटकन एक छोटीशी |
मुक्तसुनीत |
21 |
चारोळ्यांचा चखणा |
अरुण मनोहर |
8 |
तू अशी स्वप्नात माझ्या |
अमोल केळकर |
0 |
आकाश-जमीन |
अमोल केळकर |
5 |
निरर्थक... |
अजय जोशी |
11 |
सार काही क्षम्य असतं |
विजुभाऊ |
26 |
कुणी बेभान म्हणतं मला... |
फटू |
2 |
(प्रवाह) |
बिनडोक बनी |
8 |
कका ची बाराखडी (भारूड) |
अरुण मनोहर |
2 |
ऋण मातीचे.. |
राघव |
13 |
प्रवाह |
आर्यचाणक्य |
3 |
(करमणूक) |
चतुरंग |
15 |
मीही एक मृगजळ |
गिरीराज |
3 |
आत्मक्लेश |
नंदकिशोर साळ्वे |
2 |
तूझे येणे....... |
नीता |
2 |
राख..... |
किरण मल्लाव |
2 |
राधा |
पद्मश्री चित्रे |
20 |