सिविपासींच्या कवितांचा तौलनिक व संक्षिप्त आढावा |
पिशी अबोली |
12 |
निळा प्रवासी |
विशाल कुलकर्णी |
4 |
मेरे मरदको काम पे है जाना आणि काडीचा सरडा |
पाषाणभेद |
2 |
ती पहा पडली गझल... |
सत्यजित... |
11 |
और भी आसार बाकी है |
drsunilahirrao |
2 |
वारी हो वारी |
माम्लेदारचा पन्खा |
2 |
साक्षात्कार |
अनन्त्_यात्री |
13 |
येथे पाहिजे जातीचे ..... |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
2 |
वाघोबा वाघोबा किती वाजले |
श्रीगुरुजी |
5 |
पहिले प्रेम आणि पहिला पाऊस सारखाच! |
bhavana kale |
5 |
मी कोणालाच काही सांगणार नाही... |
bhavana kale |
8 |
पावसावर कविता? नाय नो नेव्हर! |
रातराणी |
17 |
ढग . . ! |
माम्लेदारचा पन्खा |
9 |
अदृष्य हात |
संदीप-लेले |
0 |
संध्याराणी |
शार्दुल_हातोळकर |
24 |
फ्लो डायग्राम---->माझ्या पावसाळी कविता॑चा |
अनन्त्_यात्री |
0 |
पाऊस..... काचेपलिकडचा.....! |
सनकी |
4 |
शिव तांडव स्तोत्र - मराठी अनुवाद |
नरेंद्र गोळे |
38 |
हिरकणी (कविता) |
शार्दुल_हातोळकर |
23 |
मीच का ? |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
0 |
अंबरनक्षी |
सांजसंध्या |
24 |
तूरडाळ टंचाई |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
2 |
क्रृष्णमेघ |
चष्मेबद्दूर |
4 |
पाखरे |
संदीप-लेले |
4 |
जय महाराष्ट्र बोला |
पाषाणभेद |
4 |
झिन झनन निनादत होते |
अनन्त्_यात्री |
7 |
ऊन |
शिव कन्या |
0 |
देवाचे मनोगत |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
0 |
मन माझं गोगलगाय ! |
मितान |
27 |
ताणे-बाणे स्थल-कालाचे.. |
अनन्त्_यात्री |
5 |
मुलगा |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
1 |
प्राजक्त |
पिशी अबोली |
5 |
लाल दिवा . . . . . . |
माम्लेदारचा पन्खा |
1 |
चारोळी: हिरवा"गार" पाऊस! |
निमिष सोनार |
6 |
माराल काय तुम्ही तयांना ...... |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
0 |
जपुन टाक पाउल |
Vinayak sable |
5 |
मग्न तळ्याकाठी |
अनन्त्_यात्री |
14 |
हळद |
माधुरी विनायक |
5 |
अध्यात्माची महती |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
12 |
सांज मुकी |
चांदणशेला |
3 |
अण्णारती- विरहखंड भाग १ |
माम्लेदारचा पन्खा |
8 |
जरतारी |
शिवोऽहम् |
6 |
" तू " |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
4 |
सांगा |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
2 |
जगायास कारण ईतकेच आहे... |
सत्यजित... |
7 |
सर एक श्रावणाची बरसून काय गेली! |
सत्यजित... |
18 |
जिंदगी या बायकांची,राळ आहे का? |
सत्यजित... |
10 |
या गुलाबाच्या फुलाला... |
सत्यजित... |
2 |
गंधभारल्या रात्री होत्या... |
सत्यजित... |
16 |
वादळ उगा निमाले.. |
राघव |
8 |
(ही पहा पाडली गजल) |
ज्ञानोबाचे पैजार |
16 |
'आयटी'तल्या मोरूची कवने |
मूकवाचक |
21 |
अभिमन्यु तुझा |
दिनु गवळी |
4 |
छन्दोरचना |
माहितगार |
8 |
(दे कुटाणे सोडुनी...) |
खेडूत |
10 |
( ते पहा पब्लिक हसंल ) |
माम्लेदारचा पन्खा |
8 |
शब्द. .. |
अत्रुप्त आत्मा |
13 |
(ती पहा पडली गझल) |
वेल्लाभट |
7 |
(ती पहा पडली गझल) |
सूड |
15 |
प्रेमाचं गणित |
अॅस्ट्रोनाट विनय |
5 |
कसे या मनाला कसे जोजवावे? |
सत्यजित... |
4 |
काळाचे गीत |
चांदणे संदीप |
4 |
माय |
Dr prajakta joshi |
2 |
धुंद पाऊस |
चांदणशेला |
4 |
चांदण्याला चांदणे समजू नये |
drsunilahirrao |
21 |
आता तुझ्यावर लिहायचं म्हटलं... |
वटवट |
21 |
खुळ्या सांजवेळा... |
प्राजु |
21 |
ख्रिस्त |
अरूण गंगाधर कोर्डे |
0 |
मी.... |
ओ |
0 |
कोसला |
संदीप-लेले |
3 |