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            "भयग्रस्त जाहलो आहे भयमुक्त जाहलो आहे "           | 
                  
            कैलास गायकवाड           | 
                  
            15            | 
              
          
                  | 
            ऐसा भूमीवरी कोणी नाही झाला           | 
                  
            ganeshpavale           | 
                  
            0            | 
              
          
                  | 
            शिववंदना            | 
                  
            ganeshpavale           | 
                  
            0            | 
              
          
                  | 
            छावा           | 
                  
            ganeshpavale           | 
                  
            0            | 
              
          
                  | 
            वरूणराजाचे आगमन           | 
                  
            यल्लप्पा सट्वजी...           | 
                  
            0            | 
              
          
                  | 
            मनात माझ्या            | 
                  
            विदेश           | 
                  
            2            | 
              
          
                  | 
             चित्रकार पिंटू  [बालकविता]           | 
                  
            विदेश           | 
                  
            4            | 
              
          
                  | 
            अनमोल ते सारे            | 
                  
            ganeshpavale           | 
                  
            2            | 
              
          
                  | 
            किणारा अन् लाट           | 
                  
            यल्लप्पा सट्वजी...           | 
                  
            27            | 
              
          
                  | 
            स्मायली जीवन माझे           | 
                  
            अत्रुप्त आत्मा           | 
                  
            29            | 
              
          
                  | 
            चिंब           | 
                  
            अर्व           | 
                  
            12            | 
              
          
                  | 
            मलाही कविता सुचली           | 
                  
            दमामि           | 
                  
            29            | 
              
          
                  | 
            बाटली आणि दारू.....           | 
                  
            माम्लेदारचा पन्खा           | 
                  
            10            | 
              
          
                  | 
            प्रेम           | 
                  
            परी१२३४५           | 
                  
            12            | 
              
          
                  | 
            आजारपण           | 
                  
            यल्लप्पा सट्वजी...           | 
                  
            11            | 
              
          
                  | 
            न न न  कविता            | 
                  
            विवेकपटाईत           | 
                  
            18            | 
              
          
                  | 
            मुठठा माई (विडंबन)           | 
                  
            गरजू पाटिल.           | 
                  
            6            | 
              
          
                  | 
            रेल्वे पोलीस           | 
                  
            यल्लप्पा सट्वजी...           | 
                  
            12            | 
              
          
                  | 
            विरहणी आणि वीज            | 
                  
            विवेकपटाईत           | 
                  
            1            | 
              
          
                  | 
            सुट्टी म्हणजे -[बालकविता]           | 
                  
            विदेश           | 
                  
            3            | 
              
          
                  | 
            बरेच दिवस झाले, ट्रेक झाला नाही           | 
                  
            वेल्लाभट           | 
                  
            10            | 
              
          
                  | 
            कुणी जाल का           | 
                  
            मित्रहो           | 
                  
            5            | 
              
          
                  | 
            कल्चर इट स्त्राटेजी फॉर ब्रेकफास्ट           | 
                  
            पगला गजोधर           | 
                  
            12            | 
              
          
                  | 
            अमराईतला निवडुंग,           | 
                  
            ज्ञानोबाचे पैजार           | 
                  
            14            | 
              
          
                  | 
            २. नको बोलु बाबा काही            | 
                  
            गणेशा           | 
                  
            15            | 
              
          
                  | 
             छोटू सरदार- (बालकविता)           | 
                  
            विदेश           | 
                  
            8            | 
              
          
                  | 
            करार           | 
                  
            ज्ञानोबाचे पैजार           | 
                  
            6            | 
              
          
                  | 
            रातीत लाज ओली           | 
                  
            अर्व           | 
                  
            27            | 
              
          
                  | 
            आई.....           | 
                  
            गणेशा           | 
                  
            7            | 
              
          
                  | 
            गॅलरीतला  पालापाचोळा           | 
                  
            शिव कन्या           | 
                  
            2            | 
              
          
                  | 
            पिंक जिव्हारी गर्दुल्ल्याचे नकादु चेण्यापका सके            | 
                  
            शरदिनी           | 
                  
            40            | 
              
          
                  | 
            असतेस घरी तू जेव्हा...(विडंबन )           | 
                  
            Vimodak           | 
                  
            2            | 
              
          
                  | 
            डुडुळगावचा गोलंदाज           | 
                  
            शरदिनी           | 
                  
            60            | 
              
          
                  | 
            कारुण्याशा           | 
                  
            शरदिनी           | 
                  
            37            | 
              
          
                  | 
            मालगाड़ी           | 
                  
            Vimodak           | 
                  
            20            | 
              
          
                  | 
            क्षितिज-कुंपण           | 
                  
            Vimodak           | 
                  
            10            | 
              
          
                  | 
            'माझा' अभिप्राय           | 
                  
            प्रसाद गोडबोले           | 
                  
            12            | 
              
          
                  | 
            कविता - हापूस           | 
                  
            वेल्लाभट           | 
                  
            24            | 
              
          
                  | 
            अंध चित्र           | 
                  
            शब्दानुज           | 
                  
            9            | 
              
          
                  | 
            माय...           | 
                  
            ऊध्दव गावंडे           | 
                  
            10            | 
              
          
                  | 
            मग कळेल मझा...!           | 
                  
            विशाल कुलकर्णी           | 
                  
            13            | 
              
          
                  | 
             खातेस घरी तू जेव्हा - (विडंबन)            | 
                  
            विदेश           | 
                  
            0            | 
              
          
                  | 
            ३. नको येवुस पोरी           | 
                  
            गणेशा           | 
                  
            12            | 
              
          
                  | 
            अलविदा मागील वर्ष......           | 
                  
            निनाद जोशी           | 
                  
            1            | 
              
          
                  | 
            शामसुंदर घननिळा......           | 
                  
            निनाद जोशी           | 
                  
            4            | 
              
          
                  | 
            (सुचत नाही....)           | 
                  
            चुकलामाकला           | 
                  
            7            | 
              
          
                  | 
            कधी येईल आठवण माझी .....           | 
                  
            psajid           | 
                  
            1            | 
              
          
                  | 
            क्षणभंगुरता            | 
                  
            माम्लेदारचा पन्खा           | 
                  
            14            | 
              
          
                  | 
            शिवराय बोलले आज           | 
                  
            वेल्लाभट           | 
                  
            28            | 
              
          
                  | 
            विश्वास आजूबाजूंच्यावरचा           | 
                  
            पगला गजोधर           | 
                  
            0            | 
              
          
                  | 
            विश्वास श्वासावरचा           | 
                  
            शब्दानुज           | 
                  
            4            | 
              
          
                  | 
            (दाढदिवस)           | 
                  
            रेवती           | 
                  
            48            | 
              
          
                  | 
            हं ! ते तुला कधी जमलेय            | 
                  
            खटासि खट           | 
                  
            3            | 
              
          
                  | 
            'काका' वदून गेल्या, आता बघेन म्हणतो           | 
                  
            चतुरंग           | 
                  
            48            | 
              
          
                  | 
            "धागाप्रसवचळ",अर्थात जिल्बिकंडशमनमठ्ठाझल           | 
                  
            नाखु           | 
                  
            7            | 
              
          
                  | 
            आईशप्पथ.........!!!!           | 
                  
            एक एकटा एकटाच           | 
                  
            3            | 
              
          
                  | 
            अनुत्तरीत प्रश्न           | 
                  
            झंम्प्या           | 
                  
            4            | 
              
          
                  | 
            सावधान! मगरमच्छी अश्रू           | 
                  
            विवेकपटाईत           | 
                  
            2            | 
              
          
                  | 
            अंथरुण (कामात बिझी असणाऱ्या मित्रांना)           | 
                  
            Vimodak           | 
                  
            9            | 
              
          
                  | 
            अंथरुणातील कामात बिझी असणाऱ्या मित्रांना           | 
                  
            पगला गजोधर           | 
                  
            19            | 
              
          
                  | 
            मौनात दडले क्रौर्य           | 
                  
            गणेशा           | 
                  
            13            | 
              
          
                  | 
            रात्रप्रवासी           | 
                  
            Vimodak           | 
                  
            5            | 
              
          
                  | 
            समुद्र           | 
                  
            Vimodak           | 
                  
            8            | 
              
          
                  | 
            राख           | 
                  
            Vimodak           | 
                  
            6            | 
              
          
                  | 
            ठळक माझी मेहुणी....           | 
                  
            चुकलामाकला           | 
                  
            47            | 
              
          
                  | 
            टु शेक्सपिअर विथ लव           | 
                  
            मिसळलेला काव्यप्रेमी           | 
                  
            9            | 
              
          
                  | 
            व्ह्यालेन्टायीन दिन'दिवाणे'           | 
                  
            फुंटी           | 
                  
            10            | 
              
          
                  | 
            हेल्मेट            | 
                  
            संजुदा           | 
                  
            6            | 
              
          
                  | 
            नेता व्हायचंय एका रात्रीत ?           | 
                  
            संजुदा           | 
                  
            7            | 
              
          
                  | 
            रातराणी           | 
                  
            Vimodak           | 
                  
            9            |