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असतं |
ज्योति अळवणी |
8 |
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रिस्क - तळीराम |
चतुरंग |
27 |
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(*गणे कसेच होते) |
स्पा |
25 |
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जगणे...! |
अत्रुप्त आत्मा |
35 |
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परतून ये तू घरी |
गंगाधर मुटे |
20 |
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ग टा री... |
दिनेश५७ |
4 |
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खड्डारी |
फुंटी |
2 |
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अस्वस्थामा... |
दिनेश५७ |
9 |
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जागली स्पंदने नवी नवी |
रातराणी |
31 |
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झाकलेले सत्य |
माहीराज |
3 |
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रिमझिम रिमझिम |
सुधीरन |
4 |
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फिलिंग आवसमला |
फुंटी |
26 |
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नाते |
ज्योति अळवणी |
5 |
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शेतकऱ्याच्या तळतळाटानेच तुमचं स्टेज पेटलं |
गणेश उमाजी पाजवे |
81 |
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मी बी काय तरी लिहीन म्हणतो : औरंगाबाद तडका. ;) |
प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे |
67 |
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( मी बी पिरेम करीन म्हनतो ) : टपोरी तडका |
नीलमोहर |
24 |
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वयम् अपि कवय:॥ |
सूड |
47 |
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वात्रटिका - आजचा कवी |
विवेकपटाईत |
4 |
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( मी बी पिरेम करीन म्हनते ) : प्रेमळ तडका |
नीलमोहर |
9 |
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पाऊस हा पहिला |
माहीराज |
12 |
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शोभिवंत होळी |
शब्दबम्बाळ |
6 |
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कवी हूँ मैं |
स्वामी संकेतानंद |
12 |
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पाहुण तुमी कोण गावचं? |
विवेकपटाईत |
3 |
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(मी बी संत्री खाईन म्हन्तो) : सावजी रस्सा |
स्वामी संकेतानंद |
38 |
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तृप्ती |
ज्योति अळवणी |
6 |
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दोन मूठ राख |
गंगाधर मुटे |
19 |
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मी बी बियर बार काढीन म्हणतो : सामान्य मानव |
मुक्त विहारि |
64 |
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बऱ्याचदा वाटतं.... |
वटवट |
2 |
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गुर्जीSSS……कोणता तांब्या घेऊ हातीSSSSSSSSS |
टवाळ कार्टा |
109 |
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लोकशाहीचा अभंग |
गंगाधर मुटे |
65 |
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टिकले तुफान काही |
गंगाधर मुटे |
12 |
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गर्भपातल्या रानी .....! |
गंगाधर मुटे |
16 |
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जन का म्हणतिल, 'हाय हाय !'???? |
अविनाशकुलकर्णी |
12 |
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॥सांगा तुकारामा : अभंग-२॥ |
गंगाधर मुटे |
19 |
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॥सांगा तुकारामा : अभंग-४॥ |
गंगाधर मुटे |
2 |
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॥सांगा तुकारामा : अभंग-३॥ |
गंगाधर मुटे |
1 |
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काही क्षणिका - स्त्री |
विवेकपटाईत |
11 |
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॥सांगा तुकारामा : अभंग-१॥ |
गंगाधर मुटे |
6 |
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युरोप टूर |
सुमेधा पिट्कर |
22 |
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उप-वास स्पेशलः-साबुदाणा खिचडी.... |
अत्रुप्त आत्मा |
63 |
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उंबरा |
हर्षल_चव्हाण |
38 |
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कान्ट फाईन्ड |
एच्टूओ |
2 |
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आईचं छप्पर. |
गंगाधर मुटे |
6 |
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कर…!!! |
वटवट |
6 |
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सरी.. |
कविता१९७८ |
5 |
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खट्याळ रसातली आध्यात्मिक गझल |
गंगाधर मुटे |
3 |
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अश्याच एका पावसाळ्या रात्री ......... |
एक एकटा एकटाच |
12 |
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तुझी वाट बघता बघता........ |
एक एकटा एकटाच |
9 |
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झोका... |
दिनेश५७ |
2 |
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आठवतेय का? |
रातराणी |
38 |
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लटकलेली समीकरणं |
चाणक्य |
8 |
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त्याची आठवण, |
ज्ञानोबाचे पैजार |
11 |
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हायकू (?) |
दिनेश५७ |
3 |
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माझ्या मना.... |
दिनेश५७ |
3 |
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ती आणि मी.... |
एक एकटा एकटाच |
3 |
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लढा |
शार्दुल_हातोळकर |
5 |
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पाऊसगाणे... |
दिनेश५७ |
13 |
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आईच्या कविता-१ |
दिनेश५७ |
9 |
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आरास... |
दिनेश५७ |
3 |
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तेरा नाम ( हिंदी ऊर्दू कविता व भावानुवाद) |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
3 |
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सुरज (हिंदी-उर्दू रचना आणि तिचा अनुवाद) |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
13 |
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हायकू – एक काव्य प्रकार |
उल्का |
36 |
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तुझे नाव |
माहितगार |
0 |
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एक उर्दू गझल - जो ठिकाना हैं हमारा |
पथिक |
5 |
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वात्रटिका - पे कमिशन |
विवेकपटाईत |
4 |
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माऊली उत्सव |
कवि मनाचा |
2 |
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सार्थक जन्म-समर्पण अर्थात नर्मदाख्यान लोककथा. |
खुशि |
34 |
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वणवा |
अविनाशकुलकर्णी |
2 |
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जग हे मधुशाला |
अविनाशकुलकर्णी |
5 |
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पाऊस... |
दिनेश५७ |
1 |