नवे लेखन
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मिसळपाव.कॉमवर प्रकाशित झालेले सर्व प्रकारचे नवीन साहित्य येथे बघता येईल.
प्रकार | लेख | लेखक | प्रतिक्रिया |
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जे न देखे रवी... | (( ती - सहा ओळीत )) | दशानन | 8 |
जे न देखे रवी... | (सारे कसे सुने सुने वाटते) | दशानन | 20 |
जनातलं, मनातलं | एक गाणे आणि शुभेच्छा | विनायक पाचलग | 46 |
जे न देखे रवी... | सारे कसे नवे नवे वाटते | पाषाणभेद | 1 |
जे न देखे रवी... | गणेश माझा........ | अनिरुद्धशेटे | 1 |
काथ्याकूट | इन्कम टॅक्स समन्स..मदत/सल्ला हवा आहे. | कानडाऊ योगेशु | 7 |
काथ्याकूट | चंद्रदर्शन? | नम्रता राणे | 28 |
जनातलं, मनातलं | ते दोन क्षण - भाग १ | जे.पी.मॉर्गन | 12 |
काथ्याकूट | माहिती हवी आहे. NCD (Non convertible Debentures) | योगी९०० | 2 |
जे न देखे रवी... | पसाभरं | शैलेन्द्र | 13 |
जनातलं, मनातलं | जिवाचा मोहम्मद अली रस्ता...! | विसोबा खेचर | 24 |
जनातलं, मनातलं | तुम आ गए हो नूर आ गया है ...अर्थात्, गुलझारची पंचाहत्तरी! | बहुगुणी | 15 |
जनातलं, मनातलं | II राजे II | प्रभो | 17 |
कलादालन | आकाश लालीमा | विशाल कुलकर्णी | 14 |
जनातलं, मनातलं | कौल घेण पण इथ पाप आहे का? | युयुत्सु | 38 |
जनातलं, मनातलं | मिपाचा दुसरा वर्धापन दिन.... | तात्या अभ्यंकर | 89 |
जनातलं, मनातलं | टॅलेंट सर्च कंटिन्यूज.. मॅसेच्युसेट्स मधली दाक्षिणात्य अनुषा | बहुगुणी | 2 |
पाककृती | नारळी पेढा | विजुभाऊ | 2 |
जनातलं, मनातलं | सूड - भाग १ (कथा ) | सागर | 21 |
काथ्याकूट | सप्तपदी- भाग ३ (समारोप) | युयुत्सु | 63 |
जनातलं, मनातलं | कालाय तस्मै नम:? | चौफेर | 16 |
जनातलं, मनातलं | मर्मबंधातली ठेव ही... | अन्वय | 7 |
काथ्याकूट | महाराष्ट्राच्या शेतीमंत्र्याचा मूर्खपणा! | बहुगुणी | 35 |
जे न देखे रवी... | गणेशवंदना | क्रान्ति | 7 |
कलादालन | अफगाणिस्तानातल्या निवडणुकीवरील एक बोलके व्यंगचित्र | सुधीर काळे | 2 |
जे न देखे रवी... | (ऐन दुपारी!) | चतुरंग | 19 |
जनातलं, मनातलं | सप्लिमेन्ट | दवबिन्दु | 8 |
जनातलं, मनातलं | अतुलचा भयगंड | श्रीकृष्ण सामंत | 5 |
जनातलं, मनातलं | आमच्या गावचा पोळा | अनामिक | 28 |
जे न देखे रवी... | सहज चाळले.. | प्राजु | 31 |
काथ्याकूट | भाजप नक्की कोणता ? | हरकाम्या | 6 |
कलादालन | ... आणि फुले होण्यासाठी कळ्या जागताना? | सुनील | 12 |
कलादालन | रणथंभोर राष्ट्रिय व्याघ्र प्रकल्प सहल | श्रीराम पेंडसे | 40 |
जनातलं, मनातलं | शुक्रवारची कहाणी ..... | प्रभो | 8 |
पाककृती | तिखट साबुदाणा खिचडी | मितालि | 11 |
काथ्याकूट | सूर्याजवळ जाण्याची हिम्मत ! | कळस | 19 |
जनातलं, मनातलं | मी व १५० लेख ! | दशानन | 42 |
काथ्याकूट | खरड वही | गोगट्यांचा समीर | 3 |
जे न देखे रवी... | कलमी झाड | फ्रॅक्चर बंड्या | 1 |
कलादालन | नभ निळाई ....! | विशाल कुलकर्णी | 6 |
जनातलं, मनातलं | सस्नेह निमंत्रण. | धमाल मुलगा | 96 |
जनातलं, मनातलं | जीवधन आणि नाणेघाट... | विमुक्त | 41 |
काथ्याकूट | दुनियादारी | प्रभो | 12 |
काथ्याकूट | कॉकटेल - सोमरस संबधी... ! | दशानन | 66 |
जे न देखे रवी... | माझी गाथा .....! | विशाल कुलकर्णी | 7 |
काथ्याकूट | नेति नेति | अविनाशकुलकर्णी | 9 |
कलादालन | मिसळपावला सप्रेम भेट | अजय भागवत | 4 |
जनातलं, मनातलं | वारी, गिरगावातील समर्थ भोजनालयाची! | संताजी धनाजी | 34 |
जनातलं, मनातलं | आम्ही क्युबिकल डेकोरेशन करतो .... | छोटा डॉन | 48 |
जे न देखे रवी... | माझी पण एक (पाडीव) कविता (काव्यरस - टिंगल) | युयुत्सु | 5 |
जे न देखे रवी... | मनातली शाळा | हृषीकेश पतकी | 15 |
जनातलं, मनातलं | बैलपोळ्याच्या शुभेच्छा !! | लिखाळ | 27 |
काथ्याकूट | Social Cohesion and Human Nature या बर्ट्राण्ड रसेलच्या निबंधाचा स्वैर अनुवाद | युयुत्सु | 12 |
जनातलं, मनातलं | बर्ट्रांड रसल, माझा सर्वात आवडता लेखक | ३_१४ विक्षिप्त अदिती | 30 |
काथ्याकूट | सनातन प्रभात | कशिद | 33 |
जनातलं, मनातलं | सही रे सही -भाग १ | राजा रानडे | 19 |
जे न देखे रवी... | आठवते का सारे सारे? | पाषाणभेद | 4 |
जे न देखे रवी... | (सहज चोळले..) | ज्ञानेश... | 7 |
कलादालन | लडाखचे स्रुष्टीसौ॑दर्य | अबोल | 4 |
काथ्याकूट | बर्ट्रांड रसेलच्या In Praise of Idleness (१९३२) या निबंधाचे स्वैररुपांतर | युयुत्सु | 23 |
जनातलं, मनातलं | आई, तुला काही कळत नाही | स्वाती२ | 32 |
जनातलं, मनातलं | एका कॉम्पूटरची ईमेज दुसर्या कॉम्पूटरवर कशी घ्यावी | पाषाणभेद | 15 |
जनातलं, मनातलं | रफ"/ "टरफ" ची भाषा | फ्रॅक्चर बंड्या | 27 |
जे न देखे रवी... | (नाठाळ मुलांसाठी) बालकविता | धनंजय | 6 |
जनातलं, मनातलं | या सुखानो या! | श्रीकृष्ण सामंत | 9 |
जनातलं, मनातलं | झुठ का सामना | विकि | 11 |
काथ्याकूट | शताब्दी हौतात्म्याची | विकास | 12 |
जनातलं, मनातलं | स्वातंत्र्यदिन(एक लघुकथा) | मन | 8 |
जे न देखे रवी... | (तरीबी तिच्यायला आमी येक इडंबन करनार !!) | चतुरंग | 26 |
जनातलं, मनातलं | ध्यास... एक वेड | विमुक्त | 28 |