समेट.... |
राजेंद्र देवी |
0 |
न्युरोलॉजी हॉस्पिटल |
निल्स्पंदन |
2 |
थोडे अंतर... |
राजेंद्र देवी |
3 |
भांडण |
वटवट |
25 |
तरी मैत्रीण का आवडे मला ती? |
अविनाशकुलकर्णी |
1 |
दिसत जावं माणसानं |
मंदार दिलीप जोशी |
3 |
अपहार... |
राजेंद्र देवी |
0 |
सोपं नसतं मायबाप होणं.........!!!! |
फिझा |
9 |
तू नाहीस ... |
कवि मानव |
2 |
मनाचा एकांत - स्मरणाचा काटा |
शिव कन्या |
5 |
ओढ घरट्याची |
माहीराज |
2 |
भूत |
दिनेश५७ |
17 |
संध्याखंत |
नंदन |
19 |
नवी रेशमी वीण.. |
प्राजु |
50 |
प्रश्न |
चाणक्य |
1 |
मैत्रीण ....... !!!! |
फिझा |
14 |
निसर्गाचं गाणं |
राजेंद्र देवी |
2 |
माझे स्वप्न... |
राजेंद्र देवी |
0 |
अंधारलेल्या निशा... |
राजेंद्र देवी |
8 |
मैत्रिणीचा ..... प्रतिसाद ("मैत्रीण " ला )..... |
फिझा |
10 |
मोल... |
राजेंद्र देवी |
2 |
शुभ दसरा |
रातराणी |
11 |
!! स्त्री !! |
कवि मानव |
2 |
मी स्त्रीशक्ती |
माहीराज |
5 |
निरोप |
परिधी |
11 |
बासरी.... |
राजेंद्र देवी |
3 |
!! जगण्या परी मारावे !! |
कवि मानव |
1 |
!!फ्लश!! |
अत्रुप्त आत्मा |
28 |
नवलाई... |
राजेंद्र देवी |
0 |
त्या एका पावसात... |
प्रसाद_कुलकर्णी |
5 |
!! यश !! |
कवि मानव |
0 |
(हूं) |
रातराणी |
5 |
गुपित |
राजेंद्र देवी |
0 |
तू... |
कवि मानव |
8 |
मी ..... कोण ? |
फिझा |
10 |
सुगंधसय |
पिशी अबोली |
16 |
नव्या युगाची पहाट |
राजेंद्र देवी |
0 |
झड श्रावणाची |
राजेंद्र देवी |
2 |
!! रावणामुळे दिवाळी !! |
कवि मानव |
8 |
!! सैनिक मरतो देश राहतो !! |
कवि मानव |
11 |
होता का मानूस ? |
पथिक |
8 |
" कृष्णाकडे असतील का उत्तरे ???....... " |
फिझा |
9 |
स्वप्न मनाचे |
माहीराज |
2 |
भास... |
माधुरी विनायक |
10 |
कधी तरी पुन्हा आपण भेटायला हवं.. |
चुकलामाकला |
17 |
सगळं कस साधं सोप्प |
अबोली२१५ |
1 |
श्रद्धांजली |
निनाव |
1 |
मनाचा एकांत - काळे पाणी |
शिव कन्या |
6 |
श्रावण... |
राजेंद्र देवी |
0 |
साक्षीदार ....... ! |
फिझा |
4 |
आदाब अर्ज है !( २६-०७-११) हार जाने का हौसला है मुझे......... |
अश्फाक |
95 |
मनाचा एकांत - चिमण्या |
शिव कन्या |
18 |
शब्द |
अश्विनी वैद्य |
2 |
काजळरेषा |
राजेंद्र देवी |
4 |
खरा खुरा रंगमंच ..... ! |
फिझा |
3 |
शांतता |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
32 |
ठिकरी |
राजेंद्र देवी |
0 |
मी एक ढग - एकटाच ...... !!! |
फिझा |
1 |
अनाठाई |
सुमित_सौन्देकर |
1 |
व्यथा |
राजेंद्र देवी |
2 |
नवमी |
सूड |
63 |
पण नाही होत ना असं! |
रातराणी |
35 |
माझेच (म्हणणे) खरे |
नाखु |
18 |
साम दाम दंड भेद |
राजेंद्र देवी |
3 |
राया... |
राजेंद्र देवी |
3 |
तू |
ज्योति अळवणी |
5 |
[[पण होत नाही ना!]] |
जव्हेरगंज |
6 |
येते आठवण अधून -मधून .... |
अविनाश लोंढे. |
8 |
हेमलकसा |
राजेंद्र देवी |
3 |
फक्त तू खचु नकोस... |
कुणाल धस |
7 |