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सेकंड होम |
अविनाशकुलकर्णी |
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हे मन सैरभैर....! |
फिझा |
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ताई दीर तुझा गं वेडा |
ज्ञानोबाचे पैजार |
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फळा |
लीलाधर |
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एक बीचारे आण्णा |
लीलाधर |
21 |
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अधूरी सख्या रे तुझ्यावाचुनी मी.. |
आनंदमयी |
20 |
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मन रे ..... |
सुहास.. |
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प्रबंध |
वेल्लाभट |
20 |
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अधुरी प्रेम कहाणी |
अविनाशकुलकर्णी |
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असा मी तसा मी--भाग-४ |
अविनाश खेडकर |
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माझे कुणा म्हणावे ... |
मूकवाचक |
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वात्रटिका: भाजी आणि पुस्तक |
विवेकपटाईत |
4 |
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डांबरी रस्त्यावर |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
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सप्तरंगी पोपट !! |
फिझा |
4 |
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'विठोबा' |
drsunilahirrao |
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आज ती अनाथ होती..... |
निश |
8 |
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मढे मोजण्याला |
गंगाधर मुटे |
10 |
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छंद तुझा .. |
psajid |
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विडंबन: देखो देखो पंछी उड़ रहा है. |
विवेकपटाईत |
1 |
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विडंबन - धोबिचा कुत्रा |
विवेकपटाईत |
6 |
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नसलेल्या बाईचं असणं. |
इनिगोय |
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निसर्गकन्या : लावणी |
गंगाधर मुटे |
4 |
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थेंब |
पद्मश्री चित्रे |
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(काय राव सांगू) |
सूड |
20 |
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डॉक्टर आणि समीक्षक |
विवेकपटाईत |
5 |
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ती... धूंद |
अत्रुप्त आत्मा |
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नवा भिडू.. |
निखळानंद |
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सौंदर्यवती तू ...... |
psajid |
10 |
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मेल्याशिवाय जात नाही : नागपुरी तडका |
गंगाधर मुटे |
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स्वप्नातली ती |
चैतू |
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उंबरठा नसलेले घर - २ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
14 |
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पाऊस आलाय... |
माधुरी विनायक |
3 |
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एकलव्य.. |
vaibhav deshmukh |
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वारी |
आनंदमयी |
8 |
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चव |
भृशुंडी |
4 |
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प्रश्न निसर्गाला |
वैभवकुमारन |
2 |
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पुन्हा पाऊस, पुन्हा तू... |
माधुरी विनायक |
10 |
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(हुच्च माझा बोका) |
सूड |
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शायरी - भाग २ |
चिनार |
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इमारत.. |
vaibhav deshmukh |
2 |
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घर कसं बाळमुठीत कोंदणात सजणार ----------------- |
डॉ. दत्ता फाटक |
2 |
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ओकांची ठकी - एका काव्य कट्ट्याचा अहवाल |
शशिकांत ओक |
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श्रद्धा म्हणजे... |
अत्रुप्त आत्मा |
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शोधयात्रा (भावानुवाद) |
मूकवाचक |
9 |
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कैफ़ियत.. |
vaibhav deshmukh |
4 |
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शायरी ... |
चिनार |
2 |
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चांदोबाचा दिवा- (बालकविता) |
विदेश |
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ना केले |
वैभवकुमारन |
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दाखला |
बेसनलाडू |
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उत्तर सापडेना आज? |
विवेकपटाईत |
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संवेदना वगैरे |
चाणक्य |
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मी रिक्त हस्त आहे -------------- एक गझल |
डॉ. दत्ता फाटक |
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आठवणीनो…………. |
माम्लेदारचा पन्खा |
1 |
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कृष्ण |
आनंदमयी |
20 |
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मराठी कविता : नया दिन ! |
निमिष सोनार |
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यमराजाचे मनोगत....! |
आयुर्हित |
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पडद्या मागची व्यथा |
विवेकपटाईत |
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तिला समुद्र आवडतो... |
माधुरी विनायक |
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तिहारी लावणी |
पिवळा डांबिस |
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महाभारत |
निलरंजन |
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तू मला वगळून उरणे शक्य नाही |
drsunilahirrao |
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फ़िर तेरी कहानी याद आयी....! |
वटवट |
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तू गेलीस तेव्हा... |
आनंदमयी |
7 |
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पार्वतीची व्यथा |
कहर |
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वेडा बाबा |
ज्ञानोबाचे पैजार |
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लटके आरोप ताठ मान !! |
माहितगार |
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स्पंदन |
सार्थबोध |
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जेल मधी जाऊ या, दिल्लीची बिल्ली |
विवेकपटाईत |
7 |
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तीन शहाणे |
विवेकपटाईत |
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शब्दाबाहेर |
चाणक्य |
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