शुभ दसरा !!! |
फटू |
13 |
AN ODE TO मिसळपाव ! प्रथम पुष्प |
मारवा |
26 |
क्षितीज चांदणी...... |
माझं आभाळ |
4 |
काय रे देवा… (संदीप खरे यांची माफी मागून ) |
माम्लेदारचा पन्खा |
9 |
दसरा |
लाडू |
0 |
दर्पण, सर्पण, अर्पण, तर्पण, आकर्षण, प्रोक्षण, लवण, कर्तन |
अत्रुप्त आत्मा |
108 |
तिला नेहमी वाटतं |
खटपट्या |
36 |
इरेला पेटला आहे पिसारा (गझल) |
अजय जोशी |
9 |
बंद दरवाजा |
विवेकपटाईत |
4 |
ह्रुदया मध्ये घर बांधु या,अशा घराला दार कशाला? |
खुशि |
9 |
देर न हो जाये |
भावना कल्लोळ |
4 |
गाढव ऐकेना, गाढव समजेना |
संजय क्षीरसागर |
87 |
तू गेल्यानंतर... तू येईपर्यंत... |
माधुरी विनायक |
7 |
आयुष्य म्हणजे.... |
चेतन677 |
6 |
ह्ये वागनं बरं नव्हं |
निराकार गाढव |
38 |
मिस यू बाप्पा ... |
फुंटी |
3 |
प्रार्थना प्रिमियर लीग विजयाची |
वेल्लाभट |
4 |
वेदना |
निरन्जन वहालेकर |
2 |
ह्रुदयामध्ये घर बांधु या!अशा घराला दार कशाला!! |
खुशि |
2 |
"माझी गझल निराळी" दुसरी आवृत्ती प्रकाशन सोहळा |
गंगाधर मुटे |
4 |
फेसबुक मानिया |
फुंटी |
3 |
(चला ऑफीस आले आता...) |
ऋषिकेश |
2 |
मलई! |
अत्रुप्त आत्मा |
25 |
सरडा- काही क्षणिका काही म्हणी |
विवेकपटाईत |
4 |
गोजिरी |
विअर्ड विक्स |
2 |
गणपतीची आरती |
गंगाधर मुटे |
16 |
केमिकल लोच्या |
फुंटी |
6 |
ट्रेकिंग बिकिंग |
फुंटी |
4 |
जवाबदेही |
रसिया बालम |
10 |
वरुण राजाला साकडं |
विवेकपटाईत |
2 |
सखे तुझ्या कवितेत... |
अनाम |
3 |
गोंधळ |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
23 |
अस्थी कृषीवलांच्या |
गंगाधर मुटे |
28 |
वंगाळ ! |
सुहास.. |
5 |
एकच तर जिंदगी हि... |
मर्फी |
3 |
(तमाशा) |
धन्या |
22 |
अवशेची कविता बिविता.... |
फुंटी |
18 |
गुंफता कवन हे |
वेल्लाभट |
6 |
माझ्यात राहुन जगतात बाबा..! |
अजय जोशी |
11 |
वारे जरासे गातील काही... |
अजय जोशी |
5 |
सल आठवांचा... |
मूकवाचक |
4 |
कामधेनु |
विवेकपटाईत |
5 |
मुळीच नाही |
वेल्लाभट |
13 |
अंगाई गीत |
आनंदमयी |
5 |
तुझ्या अंगणी |
पद्मश्री चित्रे |
11 |
गोविंदा आहे.....म्हणूनच |
वेल्लाभट |
13 |
बाबूंचे अच्छे दिन आले |
विवेकपटाईत |
9 |
मग कधीतरी |
मित्रहो |
4 |
एक लाडीक कविता |
रामदास |
23 |
अडगळीतल्या काही कविता. |
रामदास |
17 |
दोन अश्रू आणि एक सलाम..! |
अजय जोशी |
2 |
पैसा येतो आणिक जातो |
गंगाधर मुटे |
7 |
प्रेमाची कहाणी |
माम्लेदारचा पन्खा |
7 |
सेकंड होम |
अविनाशकुलकर्णी |
9 |
हे मन सैरभैर....! |
फिझा |
4 |
ताई दीर तुझा गं वेडा |
ज्ञानोबाचे पैजार |
24 |
फळा |
लीलाधर |
38 |
एक बीचारे आण्णा |
लीलाधर |
21 |
अधूरी सख्या रे तुझ्यावाचुनी मी.. |
आनंदमयी |
20 |
मन रे ..... |
सुहास.. |
6 |
प्रबंध |
वेल्लाभट |
20 |
अधुरी प्रेम कहाणी |
अविनाशकुलकर्णी |
0 |
असा मी तसा मी--भाग-४ |
अविनाश खेडकर |
2 |
माझे कुणा म्हणावे ... |
मूकवाचक |
23 |
वात्रटिका: भाजी आणि पुस्तक |
विवेकपटाईत |
4 |
डांबरी रस्त्यावर |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
23 |
सप्तरंगी पोपट !! |
फिझा |
4 |
'विठोबा' |
drsunilahirrao |
17 |
आज ती अनाथ होती..... |
निश |
8 |
मढे मोजण्याला |
गंगाधर मुटे |
10 |