शैशव...

राजेंद्र देवी's picture
राजेंद्र देवी in जे न देखे रवी...
26 Oct 2016 - 8:19 am

शैशव...

जे सुख लाभले शैशवास
पुन्हा ना लाभे मानवास
अन्न वस्त्र अन निवारा
ह्याचाच लागे ध्यास

कोठे हरवले ते निरागस
बालपण अन विश्वास
जसेजसे वाढू लागलो
वाढू लागला अविश्वास

जन्मताच काय तो घेतला
एक मोकळा श्वास
आता मात्र घुसमटतोय
प्रत्येक श्वास प्रत्येक श्वास

राजेंद्र देवी

कविता माझीमुक्त कविताकवितामुक्तक

प्रतिक्रिया

राजेंद्र देवी's picture

26 Oct 2016 - 9:57 am | राजेंद्र देवी

दिवळीच्या सर्वांना शुभेच्छा...अन हो धन्यवाद सुध्दा... :)

प्रचेतस's picture

26 Oct 2016 - 10:19 am | प्रचेतस

धन्यवाद :)

अत्रुप्त आत्मा's picture

26 Oct 2016 - 7:20 pm | अत्रुप्त आत्मा

+१
शै शवी शिशुकाव्य.

Bhagyashri satish vasane's picture

26 Oct 2016 - 5:56 pm | Bhagyashri sati...

छान आहे कविता