तुझ्याशिवाय

Sanjay Kokare's picture
Sanjay Kokare in जे न देखे रवी...
27 Jan 2015 - 3:02 pm

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@@ तुझ्या शिवाय मी जगु शकत नाही @@
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बघितल नाही तुला दिवसातुन एकदातरी,
दिवस माझा सुरेख जात नाही!!
दिसताच क्षनी तु माझ्या,
मनामधील आनंदाला पारा उरत नाही!!

येते तु जेव्हा माझ्यासमोर,
मुखातुन एकही शब्द निघत नाही!!
खुप काही बोलायच असत तुझ्यासोबत,
पण तुझ्यासोबत मी काहीच बोलु शकत नाही!!

अनेकदा लपुनछपुन पाहतो मी तुला,
पण भान असत की तुला मी दिसणार नाही!!
माझे मित्र देतात तुझ्यानावाने हाक मला
तरीही तुला पाहील्याशिवाय मी राहु शकत नाही!!

कळत नकळत मी तुझ्या सुख दुखात,
सहभागी झाल्या शिवाय राहत नाही!!
झाली एखादातरी चुक तुझ्या कडुन,
मिळालेल्या शिक्षेच्यारुपात मी तुला पाहु शकत नाही!!

का? कोणास? ठाउक तुला मिळालेली शिक्षा मी,
माझ्यावर अवलंबल्याशिवाय राहत नाही!!
प्रेम म्हणजे काय हे मला माहीत नाही पण,
तुझ्याशिवाय मी या जगात जगु शकत नाही!!

म्हणुनच की काय हा कठोर ईश्वर,
मला तु भेटु देत नाही!!
आणि आली तु माझ्यासमोर तर,
माझ्यामुखातुन एकही शब्द निघु देत नाही!!

पण तरीही ईश्वराला तुझ्याशिवाय,
इतर मागण मी मागणार नाही!!
नाही मिळालीस मला तु तरीही तुझ्या सुखासाठी,
ईश्वराला प्राथना करण्याचे मी विसरणार नाही!!
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ही कविता आपण Www.sanjaykokre.blogspot.com वर वाचु शकता
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प्रेमकाव्य

प्रतिक्रिया

दिपक.कुवेत's picture

27 Jan 2015 - 3:33 pm | दिपक.कुवेत

साधी, सोपी मनास भीडली.

Sanjay Kokare's picture

27 Jan 2015 - 5:24 pm | Sanjay Kokare

धन्यवाद

कॅप्टन जॅक स्पॅरो's picture

27 Jan 2015 - 6:22 pm | कॅप्टन जॅक स्पॅरो

कविता आवडली.

Sanjay Kokare's picture

27 Jan 2015 - 6:42 pm | Sanjay Kokare

*smile* :-) :) +) =) :smile:

प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे's picture

27 Jan 2015 - 6:47 pm | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे

सहज भावना व्यक्त करणारी कविता आवडली.

लफ्ज कितने ही तेरे पैरोसे लिपटे होंगे
तुने जब आखिरी खत मेरा जलाया होगा
तुने जब फुल किताबो से निकाले होंगे
देने वाला भी तुझे याद तो आया होगा.

-दिलीप बिरुटे

शब्दबम्बाळ's picture

28 Jan 2015 - 6:28 pm | शब्दबम्बाळ

तेरे खुशबु मे बसे ख़त मैं जलाता कैसे,
प्यार मे डूबे हुए ख़त मैं जलाता कैसे,
तेरे हाथों के लिखे ख़त मैं जलाता कैसे,
.
.
.
तेरे ख़त आज मैं गंगा में बहा आया हूँ,
आग बहते हुए पानी में लगा आया हूँ...

शेवटच्या दोन ओळी…वाह! परत ऐकतो! :)

Sanjay Kokare's picture

27 Jan 2015 - 8:01 pm | Sanjay Kokare

बीरुटे सर *smile* :-) :) ) =) :smile:

सौन्दर्य's picture

27 Jan 2015 - 8:31 pm | सौन्दर्य

छान कविता.

Sanjay Kokare's picture

30 Jan 2015 - 10:09 pm | Sanjay Kokare

Dhanyawad

खटपट्या's picture

28 Jan 2015 - 12:35 am | खटपट्या

वा कोकरे साहेब. सुंदर कविता.
आवडली..

Sanjay Kokare's picture

28 Jan 2015 - 8:12 am | Sanjay Kokare

धन्यवाद खटपट्या साहेब

शब्दबम्बाळ's picture

28 Jan 2015 - 6:30 pm | शब्दबम्बाळ

आवडेश!

पैसा's picture

28 Jan 2015 - 8:36 pm | पैसा

साधी सरळ कविता. जरा शुद्धलेखनाकडे लक्ष द्या.

Sanjay Kokare's picture

29 Jan 2015 - 11:31 am | Sanjay Kokare

okkkk

गणेशा's picture

5 Feb 2015 - 4:06 pm | गणेशा

कविता छान

पाषाणभेद's picture

6 Feb 2015 - 9:01 am | पाषाणभेद

आवडली.