दोनच पाय अन डुलत र्हाय
काळ्या टी-शर्टात आमचे अगोबा
छळायला बुवा नेहमीच हवा
पण बुवांना अवडतो फक्त पांडुबा
वीरगळ शोधुन काढतात खोदुन
माहीत्यांचा तर नित्य धबधबा..
धाक दरारा अजून वाटतो
मिपात साऱ्या त्यांचा दबदबा..
फिरायला जातात घेवुन तेव्हा
दुसरे 'सर' सारखेच टाकतात डबा..
गणेशचे पान अन लझानिया छान
आरोग्याचा हाच मंत्र अजूबा..
तीशीतला तरुण एफ.सी रोड सोडुन
लेण्या झिजवणे हाच मनसुबा ..
.............श्री. जा.ना.पावट्या
प्रतिक्रिया
4 Mar 2016 - 6:09 pm | स्वामी संकेतानंद
दुदुदूदु। =))
4 Mar 2016 - 6:13 pm | खेडूत
हे हे...!
मस्त जमलीय.
स्पर्धेला चालली असती...
4 Mar 2016 - 6:16 pm | अभ्या..
महालोल, हत्तीलोल, जंबोलोल, लोलच लोल
4 Mar 2016 - 6:31 pm | जेपी
=))
अस विडंबन येईल याचा विचार केला नव्ता _/\_
4 Mar 2016 - 6:33 pm | स्पा
रोफ्ल खपल्या गेले आहे
- प्रो( बजाज) चेतक
4 Mar 2016 - 6:40 pm | मी-सौरभ
बाजार ऊठवला की आगोबाचा...
4 Mar 2016 - 6:41 pm | सूड
शब्द पांडुबा नसून पांडुब्बा आहे. दुदुदुदुदु!! =))
4 Mar 2016 - 6:58 pm | अत्रुप्त आत्मा
4 Mar 2016 - 7:04 pm | प्रचेतस
काय रे हे... =))
चालू दया अता तुमचे अत्मकुंथन
4 Mar 2016 - 7:26 pm | हाडक्या
याला उत्तर म्हणून एक गधेगाळ येऊ द्या हो वल्ली.. ;)
4 Mar 2016 - 7:29 pm | प्रचेतस
=))
4 Mar 2016 - 7:32 pm | अभ्या..
देतो का सुपारी वल्ल्या? ;)
4 Mar 2016 - 7:35 pm | प्रचेतस
दिली दिली
4 Mar 2016 - 7:41 pm | अभ्या..
कुनाची? गोडबोल्या की बुवा?
4 Mar 2016 - 7:50 pm | प्रचेतस
कुणाचीही नायतर दोघांचीही.
कायबी चालंन.
4 Mar 2016 - 7:54 pm | अभ्या..
ढ्ण्ण्ण.
आता गधेगाळ बिधेगाळ नकोच, स्पेशल हत्तीगाळ करु त्यांच्यासाठी.
4 Mar 2016 - 7:43 pm | चांदणे संदीप
=)) =))
आता दंगा सुरू! (खुर्ची पकडतो!)
4 Mar 2016 - 7:42 pm | सस्नेह
कंडकाच पाडलाय की.
बाकी दर्पणाचा उल्लेख नसल्याबद्दल णिषेध !
4 Mar 2016 - 7:49 pm | प्रचेतस
नायतर काय :(
5 Mar 2016 - 9:30 am | चौकटराजा
हाच णिशेध मी करणार होतो. पण जौद्या इचलकरन्जीवाल्यानी नंबर लावला !
4 Mar 2016 - 9:26 pm | रातराणी
=))
4 Mar 2016 - 10:07 pm | डॉ सुहास म्हात्रे
=))
4 Mar 2016 - 10:25 pm | नूतन सावंत
=))
4 Mar 2016 - 10:33 pm | खटपट्या
बुवांच्या प्रतीसादाच्या प्रतिक्षेत...
5 Mar 2016 - 12:05 am | एस
हाहाहा!
5 Mar 2016 - 6:26 am | यशोधरा
=))
5 Mar 2016 - 6:45 am | चाणक्य
एक नंबर
5 Mar 2016 - 7:08 am | अत्रुप्त आत्मा
@छळायला बुवा नेहमीच हवा
पण बुवांना अवडतो फक्त पांडुबा>> दुत्त दुत्त गिरिजा काSss काSssssss?
5 Mar 2016 - 8:13 am | बोका-ए-आझम
.
5 Mar 2016 - 8:16 am | प्राची अश्विनी
=))
5 Mar 2016 - 8:29 am | नाखु
ह्ये भलतच बेष्ट आहे
त्रिवार सत्य
वास्तव
बुवा बरेच दिवसात भेटले नाहीत , सध्या कसल्या कवीता करतात याची चौकशी करणे आले.
5 Mar 2016 - 8:36 am | कॅप्टन जॅक स्पॅरो
पांडुबा नव्हे पांडुब्बा. चुकीला माफी नाही =))
बाकी हल्ली अपण अदृष्य झाला अहात असं एक निरिक्षण नोंदवतो.
5 Mar 2016 - 8:45 am | नाखु
बसवायचे असल्याने इतके "चाल"वून घे शेवटी बुवांचा पांडुब्बा. आहे कळलं ना!!
बाकी हल्ली अपण अदृष्य झाला अहात असं एक निरिक्षण नोंदवतो.+१
5 Mar 2016 - 10:08 am | लीलाधर
निरर्थक अत्मकुंथन चलौद्या
5 Mar 2016 - 10:15 am | नीलमोहर
जा.ना.पावट्या ;)
5 Mar 2016 - 11:09 am | पिंगू
हाहाहाहा...
19 Mar 2016 - 8:31 pm | किसन शिंदे
हाहाहाहा
अवडल्या गेले आहे.