सांज ती तेजाळलेली हासली लाजून वदली
डोंगराच्या पायथ्याशी उजळला अंधार आहे
चंद्र सजला चांदण्याने मुग्ध सारी रात्र झाली
छेडलेला राग कोमल धुंद तो गंधार आहे
मेघतोरण बांधलेले, स्वागता आकाश नटले
नभधरेच्या संगमाचा आगळा शृंगार आहे
वृक्षगर्भी दाटलेले ओज ओसंडून न्हाले
या धरेने अन नभाने गायला मल्हार आहे
देखणी ती सोनपुष्पे, रातराणी अन बहावे
पारिजाताच्या सवे बघ रंगला मंदार आहे
स्वार जलदांच्या रथावर जाहला आनंद आता
तेज आले अंगणी आनंदला परिवार आहे
विशाल कुलकर्णी
प्रतिक्रिया
10 Nov 2015 - 1:08 am | चतुरंग
उत्तम स्वागतगजल विशाल! __/\__
10 Nov 2015 - 1:37 am | एक एकटा एकटाच
वाह!!!!!!!!
10 Nov 2015 - 2:33 am | स्रुजा
वाह, वाह !! सुरेख स्वागत __/\___
10 Nov 2015 - 5:56 am | मित्रहो
बहार आणली, दिवाळीचे सुंदर स्वागत.
10 Nov 2015 - 5:59 am | प्रीत-मोहर
क्या बात है!!!
10 Nov 2015 - 7:02 am | विशाल कुलकर्णी
दिपावली अभिष्टचिंतन _/\_
10 Nov 2015 - 7:03 am | स्वामी संकेतानंद
अहाहा! काय सुरेख कविता!!
10 Nov 2015 - 7:33 am | नूतन सावंत
दिवाळीचे सुरेख स्वागत.कवितेने संपादकीय सदर कर णारा मिसळपाव हा पहिलाच अंक असावा.
10 Nov 2015 - 7:46 am | अत्रुप्त आत्मा
अप्रतिम!
10 Nov 2015 - 8:44 am | मुक्त विहारि
"तेज आले अंगणी आनंदला परिवार आहे"
आमचे मिपा आणि मिपा-परिवार, पण असाच आहे....
10 Nov 2015 - 2:28 pm | विशाल कुलकर्णी
हे मिपाचेच वर्णन आहे मुवि :)
10 Nov 2015 - 8:58 am | विशाखा पाटील
सुंदर सुरुवात - अंकाची आणि दिवाळीचीही...
10 Nov 2015 - 12:19 pm | विशाल कुलकर्णी
धन्यवाद मंडळी :)
10 Nov 2015 - 2:40 pm | मधुरा देशपांडे
सुंदर!!
10 Nov 2015 - 3:07 pm | सुहास झेले
मस्तच... :)
10 Nov 2015 - 5:51 pm | पैसा
सुंदर!
10 Nov 2015 - 7:25 pm | एस
क्या बात है! मस्त कविता...
10 Nov 2015 - 8:33 pm | स्वाती दिनेश
दिवाळीचे स्वागत छानच!
सर्वांना दिवाळीच्या हार्दीक शुभेच्छा!
स्वाती
10 Nov 2015 - 9:16 pm | इडली डोसा
छान !
10 Nov 2015 - 10:09 pm | पियुशा
मस्त !
11 Nov 2015 - 4:42 pm | रामदास
आवडले.
12 Nov 2015 - 8:48 am | मितान
अरे मी कवितादालनातच शोधत राहिले तुझी कविता ! असो.
अप्रतिम कविता ! खूप आवडली.
शुभ दीपावली !
12 Nov 2015 - 8:57 am | विशाल कुलकर्णी
धन्यवाद रामदासकाका आणि मितान _/\_
पुनश्च सर्वांना दिवाळीच्या हार्दिक शुभेच्छा !
12 Nov 2015 - 1:19 pm | शिव कन्या
सर्वांग सुंदर कविता.
दिवाळीच्या हार्दिक शुभेच्छा.
12 Nov 2015 - 9:20 pm | यशोधरा
छान!
14 Nov 2015 - 9:25 am | नाखु
थोडी शब्दकळा आम्हाला दे, आमची (कल्पना) दारीद्र्य रेशा काही जाईना !!!
ट ला ट जोडवून कवीतांचे पीठ पाडणार्या अखिल मिपा गिरणी मालक चालक संघाच्या "सुरनळी" या अनियतकालीकात पाठविलेल्या लेखातून साभार
14 Nov 2015 - 11:14 am | विशाल कुलकर्णी
बस्स का नाखुशेठ , बच्चे की जान लोगे क्या? _/\_
14 Nov 2015 - 11:39 am | मांत्रिक
मस्तच कविता विश्ल्याभौ!
14 Nov 2015 - 11:40 am | रातराणी
सुरेख!
16 Nov 2015 - 2:04 pm | चिगो
क्या बात है.. स्वागत-गीत बघितले होते, आज स्वागत-गझल वाचली.. सुंदर, विशालदा..
16 Nov 2015 - 8:45 pm | विशाल कुलकर्णी
धन्यवाद चिगो. पण कृपया लक्षात घ्या की ही गझल नसून कविता आहे. गझलेत दोन दोन ओळीचे शेर असतात. मतल्यात (पहिल्या शेरात) दोन्ही ओळीत काफिया असतो, तसे इथे नाहीये. ही अक्षरगण वृत्तातलीच कविता आहे.
असो पुनश्च सर्वांचे मन:पूर्वक आभार !
16 Nov 2015 - 9:34 pm | अत्रुप्त आत्मा
अत्यंत सूंदर
21 Nov 2015 - 2:28 am | मीअपर्णा
अंकाची प्रतिक्रिया इथे दिली तर चालेल असं समजून देत आहे. मुख्यपृष्ठ तर मस्त आहेच पण अनुक्रमणीकेवरून कल्पना येतेय की आता थँक्सगिव्हींग आणि ख्रिसमसच्या सुट्टीत वाचायला भरपूर मटेरियल आहे.
पुन्हा एकदा संपादक मंडळ आणि मिपाचे आभार :)
23 Aug 2017 - 10:38 am | करदिपप
tubemate for pc is one of the best Video Downloader used by millions of people around the world. TubeMate gained popularity for various reasons. One could enjoy all types of video quality.