तुमची शांताबाई आमचा राजाभाऊ!!
(प्रेरणा- सांगायलाच पाहीजे का? https://m.youtube.com/watch?v=IYqGOsnSCJM )
राजाभाव की चलनेकी आवाज सुन ली तुम लोगोंने.......
राजाभाव ऐसा गडी है जिसके आतेही महफिल का रंग ऊडकर आसमान छु जाता है. हवा ईधर ऊधर घुमने लगती है, मौसम कोई खबर नही देता...
....और उसकी चप्पल तो ऐसी बजती है, कि जैसे कडाम् कुडुम् ..... कडाम् कुडुम् ...... कडाम् कुडुम्....