उई उई उई उई!
आज अम आप्को एक नया वाला कुछ बताईंगा उई ! वैसे तु तुम्ही लोक ने बघा हूइंगा की सगळ्यात छोटा वाला पाककृती ओ म्यागी का वच्चा बी २ मिनीट लेता है उई ...
लेकिन अमारा पाककृती तो १ मिनीट बी नै लेता ऊई ... और ना उसमे कुछ डोक्याला शॉट है आणि १० प्रकार के साहित्य की जरुरत है उई ..
चलो अब्बी टाइमपास बहुत हो गया उई , अब्बी तक तो ये जन्नत-ए-कलेजा बन भी गया होता उई ..
क्या क्या लगिंगा ?
कुछ नही उई थोडा ( बोले तो जितना तुम चाहि उतना उई ) बकरे का कलेजा ( वैसे तो मुर्गेका भी ले सकता है उई ) पर बकरेका कलेजा बहोत स्वादिश्ट होता है उई .. और टाइमपास के लिये नमक ..
बस्स ..
कैसा करिंगा ?
एक स्टेप पाककृती है .. आप मट्टन / चिक्कन तो लेके आता हि है , खाटिक मियाँ को थोडा झादा कलिजा मांग के लेनेका . घर लाके कलेजा शेप्रेट करने का .. अगर आप साफ सुथरा खाना पसन्द करती है तो मस्त धोने का , और सिधा एक सलिया घुसा के ग्यास के धिमे आंच पे रखने का ऊइ ... और रोल करते करते थोडा थोडा मिठ डालने का उई .. जास्तित जास्त एक मिनिट उई ...
हो गया आप का "जन्नत-ए-कलेजा" तय्यार. भोत सारा लोहा का बच्चा होता है इसमे उई...
ये डिश आप को कोनत्यापण हाटिल मे नही मिलेंगा उई .. अगर आप दारु पिता है तो चखना के जैसा इस्कु का सकता है उई ..
घर मे बच्चा कम्पनी काने के मामला मे कैसा उतावळा होता है ये मै क्या सांगु उई ? तो उन्को काना तय्यार होण्या आधी ये दे देने का उई .. बच्च्चा बी कुश और आप बी !
चलो आपल्या रैवार की सोय तो हो गई उई ... तुम्ही पण तुमच्या रैवारला जन्नत बनवा.
प्रतिक्रिया
3 Oct 2010 - 12:27 pm | विसोबा खेचर
वा वा..! :)
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आमच्या संगीताच्या सार्या व्याख्या अन् अपेक्षा इथे पूर्ण होतात!
3 Oct 2010 - 12:40 pm | नेत्रेश
फोटो .............उई
कीधर.............उई
है? ...............उई
फोटो बिना पाककृती मतलब खुजली बीना खरुज, उई|
3 Oct 2010 - 3:00 pm | सद्दाम हुसैन
लगता है किसी को पसंद नही आया उई. . .
अल हबीबी...
4 Oct 2010 - 12:01 am | रेवती
सद्दामभाय, सबम लोग उद्दाम बन गया उई|
फोटूके बीना प्रतिक्रिया नईच देता उई|
बरेचजन शाकाहारी है उई|
काहीतरी सबबी.....
4 Oct 2010 - 2:12 am | विश्वनाथ मेहेंदळे
प्रतिक्रियांची संख्या हि उईन्च्या व्यस्त प्रमाणातही असू शकेल. पुढील पाककृतीला उई ची संख्या कमी जास्त करून पहावी. अशा अनेक पाककृतींचा आणि त्यावरील प्रतिसादांचा विदा तयार झाला की घासकडवी, धनंजय आणि रंगराव यांची त्रिसदस्यीय(शब्द बरोबर आहे?) समिती स्थापन करून विदाचे विश्लेषण करण्यात यावे असा प्रस्ताव मी मांडतो आहे.
उई उई.... आपलं... कळावे, लोभ असावा....
5 Oct 2010 - 1:30 pm | सविता
सहमत...उई उई........
4 Oct 2010 - 5:19 am | आंसमा शख्स
गॅसवर नको.
कोळशाचे फुललेले निखारे हवेत. त्यावर हे कबाब भाजावेत. भाजलेले चिकन आणि मटण पण फार चवदार लागते. बिर्याणी बनवतांना जास्त चिकण किंवा मटन मुरवावे. मुरलेले चिकन असे निखार्यांवर भाजावे. आणि खावे दारू मात्र पिउ नये.
4 Oct 2010 - 9:12 am | शिल्पा ब
ये कोनती भाशा हय? फक्त उई सम्झा मेरेकु..
4 Oct 2010 - 6:26 pm | विजुभाऊ
उई... म्हणजे नक्की काय?
लोहे का बच्चा म्हणजे काय?
4 Oct 2010 - 6:34 pm | मेघवेडा
आपले पूर्वाश्रमीचे नाव काय?
4 Oct 2010 - 6:51 pm | रेवती
मी पण वहिच सोच रही थी बाबा!;)
कौन होयेंगा, कौन होयेंगा?
4 Oct 2010 - 8:39 pm | पैसा
उई उई!
उई उई उई!
उई उई उई उई!
4 Oct 2010 - 6:38 pm | ब्रिटिश टिंग्या
मुद्दाम घुसेन भाई.....मैने तुम्को पैचाना उई :)
4 Oct 2010 - 8:37 pm | सविता
मेरे को भी बताओ ..उई उई
7 Oct 2010 - 5:02 am | सद्दाम हुसैन
जरा हम को भी पता चले उई ...
4 Oct 2010 - 8:48 pm | सविता
२२ वेळेला "उई" लिहीलंय..........
4 Oct 2010 - 8:52 pm | शेखर
परत एकदा मोजा. २२ हा आकडा चुकीचा आहे. :)
4 Oct 2010 - 8:59 pm | मेघवेडा
डोक्याचा भुगा झाला वाचून. आता चुक शिरायची नाही डोक्यात! अगदी हातोडीने ठोकली तरी. ;)
4 Oct 2010 - 9:01 pm | पैसा
उई उई!
4 Oct 2010 - 8:51 pm | धमाल मुलगा
आवरा!
-धमाल बुश.
5 Oct 2010 - 3:25 pm | परिकथेतील राजकुमार
उई उई उई उई पुढच्यावेळेला येताना नविन आयपी घेउन येई ;)
6 Oct 2010 - 6:02 pm | गांधीवादी
>>पुढच्यावेळेला येताना नविन आयपी घेउन येई
हा काय प्रकार आहे ? कृपया कोणी समजून सांगेल काय ?
6 Oct 2010 - 6:06 pm | मेघवेडा
इराक पेट्रोलियम
5 Oct 2010 - 6:36 pm | अवलिया
उई
7 Oct 2010 - 5:01 am | सद्दाम हुसैन
मरहब्बा . मरहब्बा .. ये मै क्या देख रही उई.... कितना सारा प्रतिसाद आया उई ...
सद्दाम का दिल खुश हो गया उई...
सारे टाइप के प्रतिसादों के लिये धन्यवाद उई!!
पर लगता है किसि ने जन्नत-ए-कलिजा कर के देखा नै उई ... जान्दो .. किस्मत फुटे तो हम क्या लुटे?
सद्दाम हुसैन