[शतशब्दकथा स्पर्धा] येक रुपाया! (पूर्वार्ध आणि उत्तरार्ध)

चांदणे संदीप's picture
चांदणे संदीप in स्पर्धा
24 Aug 2015 - 11:33 am

पूर्वार्ध - येक रुपाया!
नुस्ता गुंधूळ वर्गात. बाई कायतरी लिहीत व्हत्या, तेवढ्यात शिपाय आला नोटीस घिवून. सगळ्यान्ला वाटल उद्या सुट्टी!

बाईंनी वाचल, "सर्वांना कळविणेत येते की, पंधरा ऑगस्टनिमित्त शाळेत चित्रकला स्पर्धा आहे. भाग घ्यायचाय त्यांनी वर्गशिक्षकांकडे फी जमा करणे. नोटीस दिनांक १/८/१९९२."

शाळा सुटल्यावर तीन ढांगात घरी! तायला म्हन्लो, "ताये मला येक रुपाया दी, शाळत चित्रकला पर्धा हाय." धुनं वाळू घालीत म्हन्ली, "त्यान्ला न्हाय काम आन तुला नाय धंदा!"

धा रोज तायच्या म्हाग लाग्लो. रडलोबी. एक दिवस शाळला जाताना तायनी रुपाया दिला.

पुना तीनच ढांगा! हाजरी झाल्याझाल्या बाईन्ला म्हन्लो, "बाई, फी!" बाई म्हन्ल्या, "संदीप, मुलांची यादी कालच जिल्हा परिषदेला दिली."

म्हाग फिरल्यावर बस्करपट्टीबी दिसाना!

=========== येक रुपाया! - उत्तरार्ध ===========

गावातन प्रभातफेरी झाली, झेंडा फडकला, बिस्कीटपुडा मिळ्ळा, झाल पंधरा ऑगस्ट! पर्धेला नाव दिल्याली थांबली शाळेत, बाकी घरला!

व्हरांड्याच्या खिडकीतन आमच्याच वर्गात बसल्याली पोर दिसली. शिपाय बस्ल्याला खुडचीत, कुणालाबी खवळत नव्हता.

ढेऱ्याचा सच्या सतराबाऱ्या कायतरी काडायचा पुना खुडायचा! मला य म्हन्ला आत. गेलो, त्याज्यापशी बस्लो, म्हन्ला, "संदीप्या चितार काडून दी की लका, तुला रूपाया दिईन."

गावातलच तळ, त्याज्यात बदक, व्हडी नावाडी, शेतं, झाडं आन माळाच्या रस्त्यावर दपतार घितल्याली पोर काडली. रंग दिला. बाई याया लागल्यावर सच्या म्हन्ला, "ब्रूस दी, तू जा."

त्यादिशी शिपायानी फळा धुऊन रन्गखडूनी चांगल्या आक्शरात लेहल, "सचिन ढेरे - जिपप्रा शाळा तुर्केवाडी, जिल्हा परिषद चित्रकला स्पर्धेत तिसरा. हार्दिक अभिनंदन!"

प्रतिक्रिया

बबन ताम्बे's picture

24 Aug 2015 - 11:40 am | बबन ताम्बे

+१

संदीप डांगे's picture

24 Aug 2015 - 11:41 am | संदीप डांगे

खूप आवडली. यावर एक छान शॉर्टफिल्म होऊ शकते. इसमे वो बात है संदिप्या!

प्राची अश्विनी's picture

24 Aug 2015 - 11:42 am | प्राची अश्विनी

वा! +१

जेपी's picture

24 Aug 2015 - 11:44 am | जेपी

+1

नाव आडनाव's picture

24 Aug 2015 - 11:54 am | नाव आडनाव

+१

नीलमोहर's picture

24 Aug 2015 - 11:54 am | नीलमोहर

+१

उगा काहितरीच's picture

24 Aug 2015 - 12:11 pm | उगा काहितरीच

सुंदर !

अविनाश पांढरकर's picture

24 Aug 2015 - 12:17 pm | अविनाश पांढरकर

+१

एस's picture

24 Aug 2015 - 12:40 pm | एस

+१

अभ्या..'s picture

24 Aug 2015 - 2:04 pm | अभ्या..

हाय भाऊ जबरा दम कथेत. लैच परफेक्ट जमलीय.
मला बी लैच एक्स्पिरेन्स असल्या बक्शीसाचा. पैशापायी नाइ अडलो कधी पण फालतू माणसांमुळे आप्ल्या कलाकृतीवर दुसर्‍याचे नाव बगायची लै सवय मला. ;)
+१ लै हक्काने घ्या.

प्यारे१'s picture

24 Aug 2015 - 3:36 pm | प्यारे१

अभ्या, तुझाच तर आयडी नाही ना हयो????
डिट्टो तुझ्यासारखंच सुरु आहे सगळं?
आमाला डाउटची शंका हाय.

सिरुसेरि's picture

24 Aug 2015 - 2:14 pm | सिरुसेरि

+१

कहर's picture

24 Aug 2015 - 2:14 pm | कहर

+1

प्यारे१'s picture

24 Aug 2015 - 2:15 pm | प्यारे१

आमाला पण अनुभव हाय असा. मित्राला बदक काढून दिलं होतं. त्याचा नंबर आला. आमचा नाही.

+१११

अन्या दातार's picture

24 Aug 2015 - 2:17 pm | अन्या दातार

+१
भावस्पर्शी कथा :)

चिगो's picture

24 Aug 2015 - 2:23 pm | चिगो

मस्तच.. हा अनुभव आहे की सहजच लेखकाचं आणि कथानायकाचं नाव जुळंतय?

gogglya's picture

24 Aug 2015 - 3:10 pm | gogglya

खरेच एक लघुपट होउ शकेल यावर...

समीरसूर's picture

24 Aug 2015 - 3:11 pm | समीरसूर

एकदम मार्मिक! खूपच जमून आलाय हा सिक़्वेल! +१

नाखु's picture

27 Aug 2015 - 9:12 am | नाखु

परखड पण सत्य!

मोहन's picture

24 Aug 2015 - 3:33 pm | मोहन

+१

मांत्रिक's picture

24 Aug 2015 - 3:42 pm | मांत्रिक

+१

तुडतुडी's picture

24 Aug 2015 - 4:33 pm | तुडतुडी

+१

पैसा's picture

24 Aug 2015 - 4:43 pm | पैसा

+१
मस्त उत्तरार्ध!

मी-सौरभ's picture

24 Aug 2015 - 6:38 pm | मी-सौरभ

आमच्या एका ऐकीव अनुभावात ; पुढच्या मुलाचा पूर्ण पेपर कॉपी करनारा पास आनी ज्याचा कॉपी केला तो नापास असा किस्सा आहे. तो आठवला.

एक एकटा एकटाच's picture

24 Aug 2015 - 7:23 pm | एक एकटा एकटाच

+१

चैतन्यमय's picture

24 Aug 2015 - 7:25 pm | चैतन्यमय

+१

चांदणे संदीप's picture

24 Aug 2015 - 7:52 pm | चांदणे संदीप

सर्वांचे खूप आभार…
@ संदीप डांगे, अभ्या, मी सौरभ, समीरसूर, gogglya, अन्या दातार, चिगो, प्यारे१ यांना विशेष धन्यवाद!

मिपाकरांच्या प्रतिसादाने अंगावर मूठ्भर मांस चढल्यासारखे वाटत आहे.

वजन कमी करायच्या चिंतेत असलेला
Sandy

मधुरा देशपांडे's picture

24 Aug 2015 - 7:56 pm | मधुरा देशपांडे

+1

अंजली पाटील's picture

24 Aug 2015 - 7:58 pm | अंजली पाटील

+१

राघवेंद्र's picture

24 Aug 2015 - 9:20 pm | राघवेंद्र

+१

यशोधरा's picture

24 Aug 2015 - 9:22 pm | यशोधरा

खूप आवडली कथा.

विवेकपटाईत's picture

24 Aug 2015 - 9:31 pm | विवेकपटाईत

+१ आवडली

रेवती's picture

24 Aug 2015 - 9:48 pm | रेवती

+ १. कथा आवडली. पण रुपाया मिळाला का?

मृत्युन्जय's picture

25 Aug 2015 - 6:03 pm | मृत्युन्जय

+१

जगप्रवासी's picture

25 Aug 2015 - 6:06 pm | जगप्रवासी

मस्त

कपिलमुनी's picture

25 Aug 2015 - 6:41 pm | कपिलमुनी

भारी जमल आहे.

बहिरुपी's picture

25 Aug 2015 - 8:52 pm | बहिरुपी

+१

बोका-ए-आझम's picture

25 Aug 2015 - 9:04 pm | बोका-ए-आझम

+१

dadadarekar's picture

25 Aug 2015 - 9:25 pm | dadadarekar

मस्त

dadadarekar's picture

25 Aug 2015 - 9:26 pm | dadadarekar

.

शब्दबम्बाळ's picture

25 Aug 2015 - 10:27 pm | शब्दबम्बाळ

छान लिहिलीये! मस्त!

पिलीयन रायडर's picture

26 Aug 2015 - 1:46 am | पिलीयन रायडर

+१

पिलीयन रायडर's picture

26 Aug 2015 - 1:46 am | पिलीयन रायडर

+१

विवेक्पूजा's picture

26 Aug 2015 - 3:53 pm | विवेक्पूजा

+१

माधुरी विनायक's picture

26 Aug 2015 - 4:17 pm | माधुरी विनायक

पूर्वार्ध आणि उत्तरार्ध, दोन्ही आवडले.

गिरकी's picture

27 Aug 2015 - 2:30 pm | गिरकी

+१

संचित's picture

27 Aug 2015 - 3:50 pm | संचित

+१

मनीषा's picture

27 Aug 2015 - 4:51 pm | मनीषा

अप्रतीम कथा !

आपल्या एखाद्या चांगल्या कामाचे श्रेय जेव्हा दूसरे लोक लाटतात ---- त्याचा फार त्रास होतो.

रातराणी's picture

27 Aug 2015 - 9:34 pm | रातराणी

+१
आवडली !