तुम आ गए हो नूर आ गया है ...अर्थात्, गुलझारची पंचाहत्तरी! बहुगुणी in जनातलं, मनातलं 19 Aug 2009 - 8:36 am 3 कवितागझलचित्रपटप्रकटनशुभेच्छाअभिनंदनआस्वाद
(तरीबी तिच्यायला आमी येक इडंबन करनार !!) चतुरंग in जे न देखे रवी... 18 Aug 2009 - 7:54 am 3 हास्यकविताविडंबन
स्वातंत्र्यदिन (?) चिरायु होवो ......! विशाल कुलकर्णी in जे न देखे रवी... 17 Aug 2009 - 10:08 am 3 करुणकविता