पंढरीच्या गावा| वैष्णवांचा मेळा|
भक्तीचा उमाळा| अपरिमित ||
सोहळा कीर्तनाचा| नामाचा गजर|
श्रद्धेचा महापूर| अखंडित||
पांडुरंग ध्यानी| पांडुरंग मनी|
नाम संकीर्तन| प्रवाही||
टाळांचा नाद| मृदुगांचा हुंकार|
विणेची झंकार| संगीतमय||
विटेवरी पांडुरंग| अठ्ठावीस युगं|
भक्तांची रांग| अविरत||
प्रतिक्रिया
17 Jul 2019 - 5:18 pm | चौथा कोनाडा
छान , आवडला !
18 Jul 2019 - 5:01 pm | bhagwatblog
प्रतिसादासाठी धन्यवाद चौथा कोनाडा!!!
18 Jul 2019 - 11:42 pm | राघव
पांडुरंग ध्यानी| पांडुरंग मनी|
नाम संकीर्तन| प्रवाही||
आवडले.
19 Jul 2019 - 9:59 am | bhagwatblog
प्रतिसादासाठी धन्यवाद राघव
19 Jul 2019 - 3:36 pm | यशोधरा
आवडला अभंग. सुरेख लिहिले आहे.